नई दिल्ली, 27 अगस्त : आज के समय में डायबिटीज़ एक आम बीमारी बन गई है। अस्वास्थ्यकर जीवनशैली और खानपान के कारण इस बीमारी के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए सबसे बड़ी चुनौती ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना है। ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए दवाओं के साथ-साथ सही डाइट लेना भी उतना ही ज़रूरी है।
हालांकि, अक्सर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते कि मैग्नीशियम (magnesium for controlling blood sugar) भी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए बेहद ज़रूरी है। जी हाँ, मैग्नीशियम ब्लड शुगर लेवल को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं कि मैग्नीशियम इसमें कैसे मददगार है और इसकी कमी को पूरा करने के लिए डाइट में किन चीज़ों को शामिल करना चाहिए।
मैग्नीशियम और ब्लड शूगर के बीच क्या संबंध है?
इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाता है – मैग्नीशियम शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। जब शरीर में मैग्नीशियम की कमी होती है, तो कोशिकाओं में इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ जाता है। इसका मतलब है कि ग्लूकोज कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर पाता और रक्त में जमा रहता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है।
ग्लूकोज चयापचय में मदद करता है- यह इंसुलिन स्राव में मदद करके ग्लूकोज चयापचय में सुधार करता है। सूजन कम करता है- मैग्नीशियम में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो मधुमेह से जुड़ी पुरानी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मैग्नीशियम की कमी के लक्षण
थकान और कमजोरी मांसपेशियों में ऐंठन या कंपन अनियमित दिल की धड़कन चिड़चिड़ापन, अपने आहार में मैग्नीशियम कैसे शामिल करें?
हरी पत्तेदार सब्जियां-
पालक, मेथी, सरसों का साग और ब्रोकोली जैसी हरी सब्जियां मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं।
सूखे मेवे- मुट्ठी भर बादाम या काजू न सिर्फ़ सेहतमंद नाश्ता हैं, बल्कि मैग्नीशियम की दैनिक ज़रूरत का एक बड़ा हिस्सा भी पूरा करते हैं। कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। तिल या तिल के बीजों का भोजन में इस्तेमाल फ़ायदेमंद हो सकता है।
साबुत अनाज-
बाजरा और कुट्टू ग्लूटेन-मुक्त और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। इनसे बने आटे से रोटी या पराठा बनाया जा सकता है। नाश्ते में दलिया खाना एक अच्छा विकल्प है। सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस और जौ का इस्तेमाल करें।
दालें और बीन्स – डार्क चॉकलेट
दालें और फलियाँ जैसे काले चने, राजमा, मूंग दाल और सोयाबीन न केवल प्रोटीन का, बल्कि मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत हैं। अगर आपको मीठा पसंद है, तो यह आपके लिए खुशखबरी है। 70% या उससे ज़्यादा कोको वाली डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम से भरपूर होती है। एक या दो छोटे टुकड़े ही काफ़ी हैं।
केला और एवोकाडो- वसायुक्त मछली
केले न केवल पोटैशियम, बल्कि मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत हैं। इसी तरह, एवोकाडो भी एक पौष्टिक फल है जिसमें मैग्नीशियम होता है। सैल्मन और मैकेरल जैसी मछलियों में प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ-साथ मैग्नीशियम भी होता है।
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