नई दिल्ली, 9 जून कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को हरियाणा और महाराष्ट्र के लिए मतदाता सूची डेटा साझा करने के चुनाव आयोग (ईसी) के फैसले की सराहना की और चुनाव आयोग से डिजिटल, मशीन-पठनीय प्रारूप में डेटा जमा करने की सही तारीख की घोषणा करने का आग्रह किया। लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि चुनाव आयोग ने हरियाणा और महाराष्ट्र के लिए 2009 से 2024 तक के वोटर लिस्ट डेटा को साझा करने का रास्ता साफ कर दिया है, क्योंकि आयोग ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली हाईकोर्ट को ऐसा करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक इस संबंध में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, ‘मतदाता सूची प्रस्तुत करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा उठाया गया पहला अच्छा कदम।’ ‘क्या चुनाव आयोग कृपया सटीक तारीख की घोषणा कर सकता है, जिस तक यह डेटा डिजिटल, मशीन-पठनीय प्रारूप में प्रस्तुत किया जाएगा?’
महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ी का आरोप
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाने वाले अपने लेख पर गांधी द्वारा चुनाव आयोग से जवाब मांगे जाने के बाद चुनाव प्राधिकरण के सूत्रों ने रविवार को कहा था कि संवैधानिक निकाय तभी जवाब देगा जब विपक्ष के नेता सीधे उन्हें पत्र लिखेंगे।
महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के राहुल गांधी के आरोपों को चुनाव आयोग के सूत्रों द्वारा खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस नेता ने शनिवार को चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि (आरोपों से) बचकर आयोग की साख नहीं बचेगी, लेकिन सच बताकर बचाई जा सकती है। एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित इस लेख में गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ का आरोप लगाया था और दावा किया था कि आगामी बिहार चुनाव में भी ऐसा ही होगा, क्योंकि वहां भी ‘भाजपा हार रही है’।
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