October 5, 2025

गाजा पहुंचने से पहले ही इजराइली जलसेना ने फलोटिला बेड़े का रास्ता रोका

गाजा पहुंचने से पहले ही इजराइली जलसेना...

यरूशलम, 2 अक्तूबर : इजरायली नौसेना ने बुधवार रात गाजा की नौसैनिक नाकाबंदी तोड़ने के अब तक के सबसे बड़े प्रयास को विफल कर दिया। नौसेना ने भूमध्य सागर में ‘ग्लोबल सी फ्लोटिला’ को रोक दिया। लगभग 50 नावों और 500 कार्यकर्ताओं वाला यह बेड़ा गाजा तट पर मानवीय सहायता पहुँचाने के इरादे से रवाना हुआ था। इनमें पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग, नेल्सन मंडेला के पोते मंडेला, बार्सिलोना की पूर्व मेयर अदा कोलाऊ और कई यूरोपीय सांसद शामिल थे।

इज़राइली अधिकारियों ने कहा कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें अशदोद बंदरगाह पर लाकर निर्वासित कर दिया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, ‘सिरियस’, ‘अल्मा’ और ‘अदारा’ नाम की तीन नावों को गाजा से लगभग 70 समुद्री मील दूर रोक दिया गया। पूर्व अमेरिकी सैनिक ग्रेग स्टोकर ने बताया कि लगभग एक दर्जन इज़राइली नौसेना के जहाजों ने अचानक उनका पीछा किया और उन्हें अपने इंजन बंद करने का आदेश दिया।

ग्रेटा और उनके साथी सुरक्षित हैं

कुछ कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि इज़राइली सेना ने पानी की बौछारें कीं। इसके बावजूद, कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे गाजा की नाकाबंदी तोड़ने के अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे।

इज़रायली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक वीडियो जारी कर कहा कि ग्रेटा और उनके साथी सुरक्षित हैं। इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने स्पष्ट किया कि अभियान को हिंसा न करने का निर्देश दिया गया है और कार्यकर्ताओं को आने वाले दिनों में वापस भेज दिया जाएगा।

फ़िलिस्तीन को आज़ाद करो” के नारे लगाए।

इस बीच, तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इस कार्रवाई को ‘आतंकवाद’ और अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया तथा तुर्की नागरिकों सहित सभी यात्रियों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया।

यह बेड़ा एक महीने पहले बार्सिलोना, स्पेन से रवाना हुआ था। आयोजकों का कहना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा प्रयास है, जिसमें दर्जनों नावें इज़राइल की 18 साल पुरानी नौसैनिक नाकेबंदी को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। नावों पर सवार कार्यकर्ताओं ने गाजा के लोगों के साथ एकजुटता के संदेश प्रसारित किए और “फ़िलिस्तीन को आज़ाद करो” के नारे लगाए।

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