पंचकूला, 15 नवम्बर : हरियाणा के कॉलेजों को चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय से जोड़ने का मुद्दा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक पहुँच गया है। शिवालिक विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव विजय बंसल ने इस संबंध में एक पत्र लिखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भी यही मांग की है।
17 नवम्बर की मीटिंग में अमित शाह समक्ष उठाया जाएगा मुद्दा
बंसल ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि 17 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में फरीदाबाद में होने वाली उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में पंजाब विश्वविद्यालय का मुद्दा उठाया जाए और पंचकूला व अंबाला जिलों के सभी कॉलेजों को पंजाब विश्वविद्यालय से पुनः जोड़ा जाए। हरियाणा ने 9 जुलाई, 2022 को जयपुर में होने वाली उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भी इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया था, लेकिन पंजाब ने इसका कड़ा विरोध किया था।
विजय बंसल ने कहा कि एक नवंबर 1976 तक हरियाणा के कई कॉलेज पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्ध थे, लेकिन उसके बाद यह व्यवस्था बंद कर दी गई। हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में बराबर की हिस्सेदारी है और यहां के कॉलेज पहले पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्ध थे, लेकिन उन्हें फिर से विश्वविद्यालय से संबद्ध करना गलत नहीं है, बल्कि यह पंचकूला और अंबाला जिलों के युवाओं के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अधिकार का मामला है।
हरियाणा की भागीदारी लाभकारी होगी
पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में हरियाणा की भागीदारी लाभकारी होगी क्योंकि देश भर से उच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र यहाँ दाखिला लेते हैं। अगर हरियाणा के छात्र उनके साथ पढ़ेंगे, तो उनकी शिक्षा प्रतिस्पर्धा के लिए बेहतर रूप से तैयार होगी। उन्होंने कहा कि पहले पंजाब विश्वविद्यालय का केंद्र सरकार के पास 92%, हरियाणा के पास 4% और पंजाब के पास 4% हिस्सा था। हालाँकि, तत्कालीन बंसीलाल सरकार के दौरान एक समारोह में हुए विवाद के बाद, हरियाणा सरकार ने अपना हिस्सा वापस ले लिया, जिसके परिणामस्वरूप कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का गठन हुआ।
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