चंडीगढ़, 22 दिसंबर : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने सिख धर्म के लिए अत्यंत धार्मिक महत्व रखने वाले तीन शहरों—अमृतसर, श्री आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो को पवित्र शहर घोषित कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। उन्होंने इस फैसले को प्रदेश के लिए परमात्मा के प्रति कृतज्ञता, विनम्रता और जिम्मेदारी से जुड़ा हुआ बताया।
मुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से पंजाबवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस फैसले की घोषणा श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर श्री आनंदपुर साहिब की पावन धरती से की गई थी। उन्होंने कहा कि वह परमात्मा के आभारी हैं, जिन्होंने सरकार को ऐसा ऐतिहासिक निर्णय लेने की शक्ति और सामर्थ्य दी।
तीन तख्त साहिबानों वाले शहर बने पवित्र नगरी
भगवंत मान ने कहा कि सिख धर्म के पांच तख्त साहिबानों में से तीन पंजाब में स्थित हैं—श्री अकाल तख्त साहिब (अमृतसर), तख्त श्री केसगढ़ साहिब (श्री आनंदपुर साहिब) और तख्त श्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो)। अब इन तीनों शहरों को आधिकारिक रूप से रूहानियत के केंद्र और पवित्र शहरों का दर्जा दिया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन पवित्र शहरों में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ई-रिक्शा, मिनी बसें और अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाओं की व्यवस्था की जाएगी, ताकि संगत को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
पवित्रता बनाए रखने के लिए सख्त नियम
उन्होंने स्पष्ट किया कि इन तीनों पवित्र शहरों में अब सख्त नियम लागू होंगे। मांस, शराब, तंबाकू और किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, ताकि इन धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनी रहे।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सरकार पूरी जिम्मेदारी के साथ इन शहरों के समग्र और संतुलित विकास को सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि ये शहर न केवल रूहानियत के केंद्र हैं, बल्कि पंजाब की सांस्कृतिक विरासत के भी गौरवशाली प्रतीक हैं।
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