लुधियाना, 13 दिसम्बर : कनाडा के मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैप्स कैफे में हुई गोलीबारी की घटनाओं के पीछे रायकोट के ब्रह्मपुर गांव के एक युवक का नाम सामने आया है। कनाडाई पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक, ब्रह्मपुर के सुखविंदर सिपु के अलावा दो अन्य पंजाबी युवक, शारी और दिलजोत भी इन हमलों से जुड़े हुए हैं।
इनके नाम तब सामने आए जब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 28 नवंबर को लुधियाना जिले के जवद्दी गांव से गोल्डी ढिल्लों गिरोह के सरगना बंधु मान सिंह सेखों को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला है कि सिपु ने साजिश रची और उसके क्रियान्वयन पर नजर रखी, जबकि सेखों ने गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए हथियार और वाहन मुहैया कराए। हालांकि लुधियाना (ग्रामीण) पुलिस इस मामले में कोई जानकारी नहीं दे रही है, लेकिन रायकोट के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सिपु के किसी भी सहयोगी पर नजर रखने के लिए कहा गया है।
जांच में पता चला कि सिपु को छह महीने पहले मालेरकोटला जिले के अहमदगढ़ शहर पुलिस स्टेशन में अपने साले के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने के आरोप में दर्ज कराया गया था।
28 नवंबर को गिरफ्तार किया था
कैप्स कैफे पर हमला 10 जुलाई को खुलने के तुरंत बाद हुआ, जिसके बाद 7 अगस्त और 16 अक्टूबर को गोलीबारी की दो और घटनाएं हुईं। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने तीनों हमलों की जिम्मेदारी ली। कनाडाई अधिकारियों और केंद्रीय एजेंसियों की हालिया जांच से पता चला है कि शेरी और दिलजोत रेहल (दोनों पंजाबी मूल के) ने सिपू के इशारे पर गोलीबारी की थी। हमले के बाद पंजाब लौट आए सेखों को दिल्ली पुलिस ने 28 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान तीन पंजाबी युवकों की पहचान हुई। सेखों ने यह भी स्वीकार किया कि उसने अलग-अलग समय पर कैप्स कैफे पर हुए हमलों के लिए हथियार और वाहन मुहैया कराए थे।
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