शिमला, 10 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन का कहर जारी है। मौसम विभाग ने एक बार फिर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रविवार को हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर सोमवार से गुरुवार तक चार दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।शिमला स्थित मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रही।कांगड़ा में शनिवार रात से 68.4 मिमी बारिश हुई।
इसके बाद मुरारी देवी (52.6 मिमी), पालमपुर (52 मिमी), सिरहान (25 मिमी), जुबरहट्टी (17 मिमी), धर्मशाला (16.8 मिमी), पंडोह और बाजुरा (11.5 मिमी), कुफरी (11.2 मिमी), बिलासपुर (10.4 मिमी) और कसाउ (10.4 मिमी) हैं।
360 सड़कें बंद
एनएच-305 का हिस्सा औट-सेंज मार्ग सहित कुल 360 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, रविवार को इनमें से 214 सड़कें मंडी ज़िले में और 92 सड़कें निकटवर्ती कुल्लू ज़िले में बंद रहीं।
इस मानसून में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 112 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लापता हैं। इसके अलावा, एसईओसी ने बताया कि 145 बिजली ट्रांसफार्मर और 520 जलापूर्ति योजनाएँ प्रभावित हुई हैं।
इसके साथ ही मानसूनी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या 219 तक पहुँच गई है, जिसमें 112 लोगों की मौत वर्षाजनित घटनाओं में हुई है, जबकि 107 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने दी है।
1988 करोड़ रुपये का नुकसान
20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश को 1,988 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में अब तक बाढ़ के 58 मामले, बादल फटने की 30 घटनाएं और भूस्खलन की 53 बड़ी घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने बताया कि चालू मानसून सीजन के दौरान राज्य में 445.5 मिमी सामान्य बारिश के मुकाबले 507.3 मिमी बारिश हुई है।
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