October 5, 2025

हाथों और पैरों में ये 5 लक्षण बताते हैं कि आपकी किडनी खराब हो रही है।

हाथों और पैरों में ये 5 लक्षण बताते हैं कि...

नई दिल्ली, 17 अगस्त : आज के समय में ज़्यादातर लोग किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे हैं। इसके लिए उनकी खराब जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर खानपान ज़िम्मेदार है। किडनी की बीमारी भी इन्हीं में से एक है। किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग है। यह हमारे पूरे शरीर की सफाई का काम करती है। अगर इसमें कोई समस्या होती है, तो उसके लक्षण पहले ही दिखने लगते हैं।

आपको बता दें कि किडनी की बीमारी के कुछ लक्षण हाथ-पैरों में भी दिखाई देते हैं। आज हम आपको इस लेख में उन्हीं लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं।

हाथों और पैरों में सूजन

जब गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे होते हैं, तो हमारे शरीर में पानी जमा हो जाता है। इससे हमारे हाथ-पैरों में सूजन आ जाती है। इसे एडिमा कहते हैं। यह किडनी फेल होने का शुरुआती संकेत हो सकता है। अगर आप सावधान नहीं रहे, तो यह सूजन शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है।

त्वचा का रंग बदल जाता है

जब गुर्दे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में असमर्थ हो जाते हैं, तो इसका असर हाथों और पैरों की त्वचा पर भी दिखाई देता है। त्वचा खुजलीदार, सूखी, पपड़ीदार या लाल दिखाई देती है। कभी-कभी त्वचा का रंग पीला, पीला या भूरा भी हो सकता है।

मांसपेशियों में तनाव और कमजोरी

गुर्दे हमारे शरीर में पोटेशियम, कैल्शियम और सोडियम जैसे खनिजों को संतुलित करने का काम करते हैं। गुर्दे की खराबी के कारण ये खनिज असंतुलित हो जाते हैं, जिससे पैरों में ऐंठन या तेज़ दर्द होता है, खासकर रात के समय। इसके साथ ही, हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नता भी महसूस हो सकती है।

नाखूनों में परिवर्तन

गुर्दे की बीमारी होने पर हाथों और पैरों के नाखूनों में भी बदलाव दिखाई देते हैं। इस दौरान आधे नाखून सफेद और बाकी लाल व भूरे हो जाते हैं। कभी-कभी सफेद धारियाँ या हल्के रंग के नाखून भी दिखाई देते हैं। यह अक्सर एनीमिया (खून की कमी) का संकेत होता है, जो गुर्दे के मरीजों में आम है।

हाथों और पैरों का ठंडा और सुन्न होना

किडनी की समस्या के कारण रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता। इससे हाथ-पैर ठंडे पड़ सकते हैं। कभी-कभी झुनझुनी और सुन्नपन भी महसूस हो सकता है। अगर यह समस्या बनी रहे, तो डॉक्टर के पास ज़रूर जाएँ। वरना नसों को भी नुकसान पहुँच सकता है।

गुर्दे को स्वस्थ रखने के तरीके

रक्तचाप को नियंत्रण में रखें, मधुमेह को नियंत्रित करें, वजन बनाए रखें, कसरत करना, अपने आप को हाइड्रेटेड रखें, नमक कम खायें, धूम्रपान न करें

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