नई दिल्ली, 29 सितम्बर : हिंदू परंपराओं में विवाहित महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और उत्तम स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। व्रत की शुरुआत सुबह की पूजा से होती है, फिर शाम के शुभ मुहूर्त में करवा चौथ की पूजा और कथा की जाती है। रात में चंद्रमा के दर्शन करके व्रत पूरा किया जाता है।
करवा चौथ व्रत कब है?
इस वर्ष करवा चौथ व्रत 10 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। व्रत का पारण समय प्रातः 6:19 बजे से रात्रि 8:13 बजे तक रहेगा। चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर को रात्रि 10:54 बजे से 10 अक्टूबर को सायं 7:38 बजे तक रहेगी।
करवा चौथ का चाँद कब दिखेगा?
इस बार करवा चौथ का चांद 10 अक्टूबर की रात 8:13 बजे दिखाई देगा।
करवा चौथ पूजा का मुहूर्त
पूजा का शुभ मुहूर्त 10 अक्टूबर को शाम 05:57 से 07:11 बजे तक रहेगा।
करवा चौथ व्रत का महत्व
यह व्रत विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और समृद्धि के लिए रखती हैं। इसे कर्क चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत के दौरान महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं। करवा चौथ के चार दिन बाद अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है, जो अपने पुत्रों की लंबी आयु और समृद्धि के लिए समर्पित है।
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