October 6, 2025

बाढ़ के बाद बीमारियों से निपटने के लिए सरकार चलाएगी हर घर डाक्टर मुहिम

बाढ़ के बाद बीमारियों से निपटने के लिए...

चंडीगढ़, 15 सितंबर : पंजाब में बाढ़ का पानी उतरने के बाद बीमारियों की रोकथाम और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। 14 सितंबर से शुरू हुए विशेष स्वास्थ्य अभियान के तहत 2303 बाढ़ प्रभावित गांवों में घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं। 2303 बाढ़ प्रभावित गांवों में एक साथ सेहत सेवाएं पहुंचाने का इतना बड़ा अभियान पहले कभी नहीं चला।

जहां पहले लोग दवाई के लिए अस्पतालों के चक्कर काटते थे, अब वहीं सरकार खुद उनके दरवाज़े तक आ रही है, डॉक्टरों की टीम के साथ, जरूरी दवाओं की किट के साथ और बीमारी को रोकने की पूरी तैयारी के साथ।

इस अभियान की खासियत यह है कि इसमें सिर्फ स्वास्थ्य विभाग ही नहीं, बल्कि पूरी सरकार सक्रिय है। मुख्यमंत्री स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं, जबकि कैबिनेट मंत्री, विधायक और पार्टी पदाधिकारी गांव-गांव में कैंपों की व्यवस्था देख रहे हैं।

अभियान की प्रमुख बातें

  • गांव-गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाकर डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट लोगों की जांच कर रहे हैं।
  • अस्पताल या हेल्थ सेंटर न होने पर स्कूल, पंचायत भवन और आंगनवाड़ी केंद्रों को अस्थायी मेडिकल सेंटर बनाया गया है।
  • प्रत्येक कैंप में जरूरी दवाएं, ओआरएस, बुखार की दवा, डेंगू-मलेरिया जांच किट और फर्स्ट एड उपलब्ध कराए गए हैं।
  • आशा वर्कर घर-घर जाकर हर परिवार की सेहत की जानकारी ले रही हैं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से जोड़ रही हैं।
  • सरकार का लक्ष्य 20 सितंबर तक हर घर तक कम से कम एक बार डॉक्टर और दवा पहुंचाना है।

इसके अलावा मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। अगले 21 दिनों तक सभी प्रभावित गांवों में फॉगिंग और स्प्रे अभियान चलाया जाएगा। टीमें पानी के स्रोतों की जांच कर रही हैं और हर ब्लॉक का मेडिकल ऑफिसर इसकी दैनिक रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड कर रहा है।

सुविधाएं और संसाधन

  • 550 से अधिक एंबुलेंस तैनात
  • 85 दवाओं और 23 मेडिकल वस्तुओं का पर्याप्त भंडारण
  • एमबीबीएस डॉक्टर, नर्सिंग व फार्मेसी स्टाफ की तैनाती

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह राहत नहीं, बल्कि सेवा का अवसर है। सरकार का प्रयास है कि किसी भी परिवार को इलाज के लिए इंतजार न करना पड़े। गांव-गांव में चल रहे इस अभियान से लोग सरकार की सराहना कर रहे हैं। कई ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार सरकार आदेश देने के बजाय खुद मैदान में खड़ी है।

सच्चे अर्थों में ही साडी सरकार

जब सरकार बिना बोले भी अपने काम से लोगों का दिल जीतने लगे, तो तारीफ खुद-ब-खुद लोगों की जुबान पर आ जाती है। पंजाब में यही हो रहा है। गांव-गांव में जब सेहत सेवाएं, सफाई और राहत सीधे लोगों तक पहुंच रही हैं, तब से हर ओर से एक ही आवाज़ आ रही है, आम आदमी पार्टी की सरकार सच्चे अर्थों में ही साडी सरकार है।

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