मोहाली, 23 दिसम्बर : भारत माला परियोजना के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा निर्मित मोहाली रिंग रोड को आज लंबी प्रतीक्षा के बाद आम यातायात के लिए खोल दिया गया। एयरपोर्ट रोड से आईटी चौक डेराबस्सी होते हुए कुराली तक बना यह रिंग रोड अब पूरी तरह चालू हो गया है। हालांकि यह प्रोजेक्ट कुछ समय से तैयार था, लेकिन सड़क पर कई स्थानों पर बड़े-बड़े पत्थर रखकर यातायात रोका गया था। आज जैसे ही निर्माण कंपनी अशोका बिल्डकॉन के कर्मचारियों ने NHAI की निगरानी में ये अवरोध हटाए, वैसे ही बड़ी संख्या में वाहन इस सड़क पर चलने लगे।
1400 करोड़ की लागत, 28 गांवों की जमीन अधिग्रहित
आईटी चौक डेराबस्सी से कुराली तक बने इस 31 मीटर चौड़े एक्सप्रेसवे पर करीब 1400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। इसके लिए 28 गांवों की लगभग 400 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। इस परियोजना का निर्माण कार्य वर्ष 2022 में शुरू हुआ था। इस सड़क के चालू होने से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के लोगों को अब दिल्ली या मोहाली एयरपोर्ट जाने के लिए खरड़ और मोहाली शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा।
वाहन चालक सीधे इस 200 फुट चौड़ी, छह लेन वाली एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली और मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंच सकेंगे।
टोल प्लाजा तैयार, संचालन बाकी
इस राष्ट्रीय मार्ग पर एक टोल प्लाजा का निर्माण किया गया है, हालांकि फिलहाल इसे चालू नहीं किया गया है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग सरहिंद, लुधियाना और रोपड़ की सड़कों से भी जुड़ा हुआ है, जिससे क्षेत्रीय संपर्क और मजबूत होगा।
शहीदी जोड़ मेले में श्रद्धालुओं को लाभ
शहीदी जोड़ मेले के दौरान इस सड़क के खुलने से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही लांडा-खरड़ रोड पर यातायात का दबाव भी काफी हद तक कम होने की उम्मीद है। कुल मिलाकर, मोहाली रिंग रोड का शुरू होना न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के विकास और कनेक्टिविटी को भी नई गति देगा।
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