जालंधर, 25 अगस्त : हाल ही में अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में पंजाबी ट्रक चालक हरजिंदर सिंह द्वारा हाईवे पर गलत यू-टर्न लेने के कारण हुए हादसे में तीन लोगों की मौत के बाद, दिन-रात सड़कों पर ट्रक चलाने वाले लगभग 1.50 लाख पंजाबी ट्रक चालकों की आजीविका खतरे में पड़ गई है।
राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ा मुद्दा
इस घटना के बाद, अमेरिकी सरकार ने तत्काल प्रभाव से वर्कर वीज़ा पर प्रतिबंध लगा दिया है और कहा है कि बड़े ट्रक चलाने वाले विदेशी ड्राइवरों की बढ़ती संख्या ने अमेरिकी नागरिकों की जान जोखिम में डाल दी है। वर्क वीज़ा और कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस पर प्रतिबंध का पंजाबी ड्राइवरों पर असर पड़ना तय है। यह विवाद पंजाब के राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
पंजाब में भारी वाहन चलाना सीखने वाले पंजाबियों के लिए अमेरिका पहली पसंद बना हुआ है। एक ड्राइवर जो रोजाना 500 से 600 मील ट्रक चला सकता है, वह हर महीने पांच से छह लाख रुपये (सात हजार से आठ हजार डॉलर) कमा सकता है। कुछ ट्रक ड्राइवरों को प्रति घंटे के हिसाब से भुगतान मिलता है, जो औसतन 1680 से 2520 रुपये होता है। पंजाब से भारी वाहन चलाने का प्रशिक्षण लेने के बाद पंजाबी युवा अमेरिका में भारी वाहन चलाना पसंद करते हैं। इसलिए उन्हें जिस भी देश में जाना होता है, वे पहले वहां जाते हैं और वहां से उनका लक्ष्य अमेरिका पहुंचकर वहां ट्रक चलाना होता है। नए हालात में अगर वर्कर वीजा नहीं मिलता है, तो पंजाबी युवाओं के पास कनाडा, इटली, ऑस्ट्रेलिया और दुबई के विकल्प होंगे।
अमेरिका के फ्लोरिडा की घटना की गूंज कनाडा में भी सुनाई दे रही है। कैनेडियन ट्रकिंग अलायंस (CTA) ने कनाडा सरकार से कहा है कि अगर कनाडा अमेरिकी प्रतिबंध पर ध्यान नहीं देता है, तो कनाडाई ट्रक ड्राइवरों को भी इसी तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए कनाडा में अप्रवासी ड्राइवरों से जुड़ी समस्या का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए।
यह भी देखें : ‘किसान महापंचायत’ के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर जुटने लगे किसान
More Stories
मुख्य मंत्री ने श्री आनंदपुर साहिब में विरासती मार्ग का नींव पत्थर रखा
मुख्यमंत्री का आह्वान: शिक्षकों को निभानी होगी अग्रणी भूमिका
कनाडा भेजने के नाम पर 30 लाख की ठगी, 3 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज