न्यूयार्क, 26 अक्तूबर : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत अब रूसी तेल की खरीद कम करेगा। ट्रंप इस समय एशिया दौरे पर हैं और आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। रविवार को ‘एयरफोर्स वन’ में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत रूसी तेल की खरीद कम करने जा रहा है।
हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। ट्रम्प ने भारत पर रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, जिसके चलते उन्होंने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है।
ट्रम्प ने अपना दावा दोहराया
यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस मुद्दे पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चर्चा करेंगे, ट्रंप ने कहा, “मैं इस पर चर्चा कर सकता हूँ। चीन पहले ही रूसी तेल की अपनी ख़रीद में काफ़ी कमी कर चुका है, और भारत भी इसे लगभग पूरी तरह से कम कर रहा है। हमने रूस पर नए प्रतिबंध लगाए हैं।” ट्रंप ने इसी हफ़्ते रूसी तेल कंपनियों रोज़नेफ़्ट और लुकोइल पर नए अमेरिकी प्रतिबंधों की घोषणा की थी।
ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वह दक्षिण कोरिया में शी जिनपिंग से मिलने वाले हैं। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात अमेरिका-चीन व्यापार तनाव को कम करने के प्रयासों का हिस्सा है।
भारत ने ट्रंप के दावों को खारिज किया
हालाँकि, भारत पहले भी ट्रंप के ऐसे बयानों को खारिज कर चुका है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश अपनी ऊर्जा नीति अपने राष्ट्रीय हित और भारतीय उपभोक्ताओं के हित में तय करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मंत्रालय को ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच किसी भी फ़ोन कॉल की जानकारी नहीं है।
ट्रम्प का बयान
इसके बावजूद ट्रंप ने तब कहा था, “भारत ने मुझे सूचित किया है कि वे रूसी तेल ख़रीदना बंद करने जा रहे हैं। यह एक प्रक्रिया है, लेकिन वे साल के अंत तक इसमें लगभग 40% की कमी कर देंगे।”
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