December 9, 2025

‘वंदे मातरम’, सोनिया गांधी का अपने 79वें जन्मदिन पर राष्ट्र के नाम संदेश

'वंदे मातरम', सोनिया गांधी का अपने 79वें...

नई दिल्ली, 9 दिसम्बर : कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी आज 9 दिसंबर को अपना 79वां जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर उन्होंने मुस्कुराते हुए देश के नाम एक खास संदेश दिया। उन्होंने वंदे मातरम का नारा लगाया।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता का यह संक्षिप्त जवाब कोई संयोग नहीं था। यह देश के राष्ट्रगान पर दो दिनों तक चली गरमागरम बहस के बाद आया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से ताने भी शामिल थे।

प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के आरोपों का जवाब दिया

प्रधानमंत्री ने सोमवार को अपने पूर्ववर्ती जवाहरलाल नेहरू पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने भी मुहम्मद अली जिन्ना की तरह इस गीत का विरोध किया था क्योंकि इससे “मुसलमानों को ठेस पहुँच सकती थी।” विपक्षी नेता राहुल गांधी से इस पर प्रतिक्रिया की उम्मीद थी, लेकिन उनकी बहन प्रियंका गांधी ने ही मोर्चा संभाल लिया।

मंगलवार को केरल के वायनाड से सांसद ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर अगले साल बंगाल चुनाव से पहले लाभ हासिल करने के लिए बंगाली उपन्यासकार और कवि द्वारा लिखे गए ‘वंदे मातरम’ की चर्चा में विपक्ष को घसीटने का आरोप लगाया।

उन्होंने प्रधानमंत्री और भाजपा पर नेहरू के बयानों को ‘चुनिंदा ढंग से उद्धृत करने’ का आरोप लगाया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला देते हुए कहा कि इनमें सरदार वल्लभभाई पटेल को लिखे उनके पत्रों के अंश दिखाए गए हैं और उन्हें बिना किसी संदर्भ के प्रस्तुत किया गया है, ताकि यह दिखाया जा सके कि पूर्व प्रधानमंत्री पक्षपाती थे।

अमित शाह ने दिया करारा जवाब

भाजपा ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधने के लिए अमित शाह को मैदान में उतारा, और गृह मंत्री ने हमेशा की तरह तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कुछ लोगों को लगता है कि ‘वंदे मातरम’ की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि बंगाल चुनाव आने वाले हैं। यह सच है कि बंकिम बाबू (लेखक बंकिम चंद्र चटर्जी) का जन्म बंगाल में हुआ था, लेकिन ‘वंदे मातरम’ सिर्फ़ बंगाल तक सीमित नहीं है।”

भाजपा ने ‘वंदे मातरम’ को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि उसने 1937 के सत्र में ‘सांप्रदायिक एजेंडे को बढ़ावा देकर’ और इसके संक्षिप्त संस्करण को देश के राष्ट्रगान के रूप में अपनाकर राष्ट्रगान का अपमान किया है।