November 20, 2025

‘हमें इसकी जानकारी थी…, पाकिस्तान-सऊदी रक्षा सौदे पर भारत ने क्या कहा?

'हमें इसकी जानकारी थी…, पाकिस्तान-सऊदी...

नई दिल्ली, 18 सितंबर : पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुए बड़े रक्षा सौदे पर भारत ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार को इस घटनाक्रम की जानकारी है और इस पर लंबे समय से विचार चल रहा था। जायसवाल ने मीडिया से कहा, “हमने पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच एक रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर की खबरें देखी हैं।

सरकार इसके प्रभावों का अध्ययन करेगी, चाहे वे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित हों या क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता से। सरकार भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा और सभी क्षेत्रों में व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

पाकिस्तान-सऊदी अरब रक्षा समझौता क्या है?

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ की सऊदी अरब यात्रा के दौरान बुधवार को रियाद के अल-यममाह पैलेस में इस रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत, किसी एक देश पर हमला दोनों देशों पर हमला माना जाएगा। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस समझौते में ज़रूरत पड़ने पर सऊदी अरब की रक्षा के लिए पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की क़ानूनी अनुमति भी शामिल है। इससे इस गठबंधन की गंभीरता और बढ़ जाती है।

नाटो जैसे सैन्य गठबंधन की मांग

यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब हाल ही में कतर की राजधानी दोहा में 40 इस्लामी देशों का शिखर सम्मेलन हुआ था। उस बैठक में, नेताओं ने कतर में हमास नेताओं पर इज़राइल के हमले के बाद नाटो जैसे सैन्य गठबंधन का आह्वान किया था। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि पाकिस्तान एकमात्र इस्लामी देश है जिसके पास परमाणु हथियार हैं।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि पाकिस्तान-सऊदी रक्षा समझौता क्षेत्रीय सुरक्षा ढांचे में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। इस बीच, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस घटनाक्रम पर कड़ी नज़र रखेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर सतर्क रहेगा।

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