चंडीगढ़, 24 दिसम्बर : पंजाब पुलिस ने व्हाट्सएप इस्तेमाल करने वालों के लिए एक गंभीर साइबर अलर्ट जारी किया है। पुलिस के मुताबिक साइबर अपराधी अब एक नए तरीके से लोगों के व्हाट्सएप अकाउंट को हैक कर रहे हैं, जिसे ‘घोस्ट पेयरिंग घोटाला’ कहा जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस ठगी में न तो ओटीपी की जरूरत होती है और न ही पासवर्ड की।
पंजाब पुलिस ने बताया कि यह चेतावनी भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In की रिपोर्ट के आधार पर जारी की गई है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साइबर अपराधी व्हाट्सएप के Linked Device फीचर का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
क्या है घोस्ट पेयरिंग घोटाला
पुलिस के अनुसार, घोस्ट पेयरिंग घोटाले में अपराधी व्हाट्सएप के लिंक्ड डिवाइस सिस्टम का दुरुपयोग करते हैं। सामान्य तौर पर यह फीचर मोबाइल के व्हाट्सएप अकाउंट को लैपटॉप या कंप्यूटर से जोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन हैकर इसी प्रक्रिया से अकाउंट पर कब्जा कर लेते हैं। इस ठगी में साइबर अपराधी पहले फर्जी कॉल, मैसेज या वीडियो कॉल करते हैं।
इसके बाद नौकरी, इनाम, अकाउंट वेरिफिकेशन या व्हाट्सएप सपोर्ट के नाम पर एक QR कोड भेजा जाता है। जैसे ही यूज़र उस QR कोड को स्कैन करता है, उसका व्हाट्सएप अकाउंट हैकर के सिस्टम से लिंक हो जाता है।
यूज़र को नहीं मिलती कोई जानकारी
सबसे खतरनाक बात यह है कि यूज़र को अकाउंट हैक होने की कोई सूचना तक नहीं मिलती। हैकर चुपचाप पूरे अकाउंट को कंट्रोल करने लगता है और चैट, फोटो, वीडियो, कॉन्टैक्ट लिस्ट व अन्य निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल करता है।
पंजाब पुलिस की सख्त चेतावनी
पंजाब पुलिस ने साफ किया है कि व्हाट्सएप या कोई भी सरकारी विभाग कभी भी फोन या मैसेज के जरिए QR कोड स्कैन करने को नहीं कहता। ऐसे किसी भी कॉल, मैसेज या लिंक से सतर्क रहने की जरूरत है। पुलिस ने कहा है कि थोड़ी सी लापरवाही भी बड़े साइबर नुकसान का कारण बन सकती है। इसलिए सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और इस घोस्ट पेयरिंग घोटाले की जानकारी दूसरों तक भी जरूर पहुंचाएं।
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