न्यूयार्क, 25 सितंबर : राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने अमेरिका स्थित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत एक नया मामला दर्ज किया है। पन्नू द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तिरंगा फहराने से रोकने के लिए 11 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा के बाद यह मामला दर्ज किया गया है।
पन्नू और उसके संगठन एसएफजे के खिलाफ एनआईए द्वारा दर्ज की गई यह सातवीं एफआईआर है। पंजाब पुलिस और एनआईए के रिकॉर्ड के अनुसार, पन्नू और एसएफजे के खिलाफ 96 एफआईआर दर्ज की गई हैं। ऐसे में, अहम सवाल यह है कि उसकी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के बावजूद भारत अमेरिका में उसकी जड़ें क्यों नहीं हिला पाया है?
भारत के खिलाफ ‘शहीद जत्था’ का गठन
एफआईआर के अनुसार, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) प्रमुख पन्नू ने 10 अगस्त को पाकिस्तान के लाहौर प्रेस क्लब में ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में अपने वर्चुअल संबोधन में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को लाल किले पर तिरंगा फहराने से रोकने वाले सिख सैनिकों को 11 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा।
पन्नू ने ‘खालिस्तान का नक्शा’ भी दिखाया था, जिसमें पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल थे। एसएफजे ने भारत के खिलाफ लड़ने के लिए एक ‘शहीद जत्था’ बनाया है। यह सारी जानकारी इकट्ठा करने के बाद, एनआईए ने पन्नू और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 61(2) (आपराधिक साजिश) और गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
भारत विरोधी बयानों के बावजूद अमेरिका उसे बचा रहा है
आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक भड़काऊ वीडियो जारी किया है, जिसमें दिवाली पर पंजाब में ब्लैकआउट की धमकी दी गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी संगठन एसएफजे दूसरे राज्यों के लोगों को पंजाब से निकालने की मुहिम भी तेज कर रहा है। जानकारों का कहना है कि विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी दूसरे राज्यों के लोगों को निकालने के लिए पंजाब में सक्रिय हो गए हैं और इसमें आतंकी फंडिंग का भी शक है।
खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू लंबे समय से अमेरिका में रहकर भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। उसके खुले तौर पर भारत विरोधी बयानों के बावजूद अमेरिका उसे बचा रहा है।
भारत के खिलाफ ‘शहीद जत्था’ का गठन
एफआईआर के अनुसार, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) प्रमुख पन्नू ने 10 अगस्त को पाकिस्तान के लाहौर प्रेस क्लब में ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में अपने वर्चुअल संबोधन में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को लाल किले पर तिरंगा फहराने से रोकने वाले सिख सैनिकों को 11 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा।
पन्नू ने ‘खालिस्तान का नक्शा’ भी दिखाया था, जिसमें पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल थे। एसएफजे ने भारत के खिलाफ लड़ने के लिए एक ‘शहीद जत्था’ बनाया है। यह सारी जानकारी इकट्ठा करने के बाद, एनआईए ने पन्नू और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 61(2) (आपराधिक साजिश) और गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
यह भी देखें : ‘भारत दुनिया भर में चल रहे युद्धों को रोक सकता है : जॉर्जिया मेलोनी
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