चंडीगढ़/लुधियाना, 3 दिसंबर : पंजाब सरकार बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लाडोवाल, लुधियाना में एक अत्याधुनिक बागवानी तकनीक विकास केंद्र स्थापित कर रही है। यह घोषणा बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत ने राज्य स्तरीय सेमिनार-कम-प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान की। मंत्री भगत ने कहा कि यह केंद्र पंजाब भर के किसानों के लिए एक वन-स्टॉप नॉलेज सेंटर के रूप में कार्य करेगा। यहाँ फल, सब्जियों और फूलों की सभी किस्मों के लिए उच्च तकनीक खेती के तरीकों का लाइव प्रदर्शन और व्यवहारिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके माध्यम से किसानों को बड़े पैमाने पर बागवानी अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
किसानों की आय और खुशहाली के लिए बागवानी
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार किसानों को गेहूँ-धान की फसली चक्र से उच्च-मूल्य वाली बागवानी फसलों की ओर स्थानांतरित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मंत्री ने कहा, “केवल बागवानी ही किसानों की आय को कम समय में दोगुना करने और खुशहाली लाने की क्षमता रखती है।”
प्रदर्शनी में टॉपकॉन कंपनी ने जीपीएस-आधारित ऑटो-स्टीयरिंग तकनीक का लाइव डेमो दिया, जिससे समय, ईंधन, बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की बड़ी बचत होती है। वहीं, हाइग्रोएक्सिस ह्यूमिडिया लैब प्राइवेट लिमिटेड ने मौके पर डिजिटल मिट्टी जाँच और सॉइल हेल्थ कार्ड बनाने की प्रक्रिया प्रदर्शित की। इन नवाचारों को किसानों से भारी प्रतिक्रिया मिली।
विभाग की प्रतिबद्धता और वित्तीय सहायता
बागवानी निदेशक श्रीमती शैलिंदर कौर ने कहा कि विभाग किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और बागवानी मिशन व अन्य योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने सही तकनीक और डिजिटल प्रौद्योगिकियों के माध्यम से लागत कम करने पर विशेष जोर दिया। इस अवसर पर बागवानी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ भी उपस्थित थे, जिन्होंने केंद्र की इकाइयों और स्टॉलों का निरीक्षण किया।
यह भी देखें : द पंजाब प्रोटेक्शन ऑफ़ ट्रीज़ एक्ट को वित्त विभाग की मंज़ूरी: हरपाल चीमा

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