December 8, 2025

लाडोवाल टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से भडक़े लोगों ने दी चेतावनी

फिल्लौर/लुधियाना, 5 दिसम्बर : सबसे महंगा लाडोवाल टोल प्लाजा इन दिनों यहां रोजाना लगने वाले लंबे ट्रैफिक जाम के कारण भी सुर्खियों में है। रोजाना लगने वाले इस ट्रैफिक जाम से जनता परेशान हो चुकी है। स्थानीय निवासियों का धैर्य भी जवाब दे चुका है। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर 2 दिन के अंदर ट्रैफिक जाम का समाधान नहीं हुआ तो वे प्लाजा पर धरना देंगे और सभी वाहनों को बिना टैक्स दिए निकलवा देंगे।

फास्टैग सुविधा होने पर भी टोल कर्मचारी रोकते हैं वाहन

लाडोवाल टोल प्लाजा कर्मचारियों की ढीली कार्यप्रणाली के कारण वहां ट्रैफिक जाम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लोग रोजाना घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहते हैं, जिससे उनका समय, पेट्रोल, डीजल और पैसा बर्बाद हो रहा है। स्थानीय शहर निवासी रिंका पासी, अश्विनी मल्होत्रा, धर्मपाल और मुकेश कुमार का कहना है कि जब सभी वाहनों को फास्टैग सुविधा से जोड़ा जा चुका है तो प्लाजा कर्मचारी हर वाहन को रोककर उसका नंबर नोट करने के बाद बैरियर क्यों खोलते हैं।

इस कारण से वहां हमेशा लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहता है और हफ्ते के 2 दिन तो यह ट्रैफिक जाम 5 किलोमीटर तक पहुंच जाता है। उन्होंने बताया कि इस ट्रैफिक जाम का दूसरा बड़ा कारण यह है कि वहां कर्मचारियों के साथ भी धोखाधड़ी हो रही है। कर्मचारियों ने अधिकारियों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है, जिस किसी को भी वी. आई. पी. लेन से गुजरना होता है। वह पहले उन्हें एडवांस में ऑनलाइन पेमेंट कर देता है और अपनी गाड़ी का नंबर भी भेज देता है।

जैसे ही वह गाड़ी प्लाजा पर आकर रुकती है, कर्मचारी अपने हाथ में पकड़े फोन पर उस गाड़ी का नंबर देख लेते हैं। पुष्टि होने के बाद फिर गाड़ी को वहां से हटा दिया जाता है। इन्हीं कारणों से वहां ट्रैफिक जाम लग जाता है।

पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस ने भी किया था विरोध

कल जब लुधियाना की पूर्व विधायक सिमरिजत बैंस इस जाम में फंस गईं, तो उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर प्लाजा के सभी बैरियर खोलकर वाहनों को वहां से निकलवाया और जाम खुलवाया। उनके जाने के आधे घंटे बाद ही वहां फिर से जाम की स्थिति बन गई। आज भी जाम में फंसे लोग प्लाजा कर्मचारियों से बहस करते रहे। रोज़-रोज़ लगने वाले इस जाम से परेशान शहरवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो 2 दिन बाद वे प्लाजा पर धरना देकर बैठेंगे, जिसकी ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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