नई दिल्ली, 27 दिसम्बर : इंडिगो एयरलाइंस में हाल ही में हुई बड़े पैमाने पर उड़ानों की रुकावटों की जांच पूरी हो गई है। इस मामले की जांच कर रही चार सदस्यीय समिति ने शुक्रवार शाम अपनी रिपोर्ट नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए (DGCA) को सौंप दी।
1,600 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने की हुई समीक्षा
डीजीसीए के संयुक्त महानिदेशक संजय के. ब्राह्मणे की अगुवाई में गठित समिति ने उन परिस्थितियों की गहन समीक्षा की, जिनके कारण इंडिगो को एक ही दिन में 1,600 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं। रिपोर्ट की प्रतियां नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू और मंत्रालय के सचिव को भी भेजी गई हैं।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इंडिगो पायलटों के लिए लागू नए उड़ान ड्यूटी समय और विश्राम नियमों (FDTL) को प्रभावी ढंग से लागू करने में विफल रही। एयरलाइन ने चालक दल की उपलब्धता का सही आकलन नहीं किया और पूर्व चेतावनियों के बावजूद प्रशिक्षण व योजना में गंभीर कमियां छोड़ीं।
रोजाना 170–200 उड़ानें रद्द होने से यात्री परेशान
रिपोर्ट के अनुसार नवंबर के अंत से रोजाना 170 से 200 उड़ानें रद्द होने लगी थीं, जिससे हजारों यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा और एयरलाइन की संचालन व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। इस गंभीर लापरवाही के बाद DGCA ने इंडिगो के सीईओ और सीओओ को कारण बताओ नोटिस जारी किए थे। इसके साथ ही नियामक ने एयरलाइन के शीतकालीन उड़ान कार्यक्रम में 10 प्रतिशत कटौती करने के निर्देश भी दिए थे, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
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