October 6, 2025

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में मानसून की बारिश ने कहर बरपाया

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में मानसून...

इस्लामाबाद, 18 अगस्त : पाकिस्तान के मौसम विभाग ने रविवार को पूरे देश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की। अधिकारियों ने बताया कि देश के उत्तरी हिस्से में अचानक आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 327 हो गई है। 26 जून से शुरू हुई मानसूनी बारिश ने देश में तबाही मचा दी है और अब तक लगभग 650 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने 17 अगस्त से 21 अगस्त तक पूरे देश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। साथ ही, उत्तर-पश्चिमी इलाकों के लोगों से “एहतियाती कदम” उठाने का आग्रह किया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने भी चेतावनी दी है कि इस साल सामान्य से पहले शुरू हुई बारिश अगले एक पखवाड़े में और भी ज़्यादा तीव्रता से जारी रहने की उम्मीद है।

मरने वालों की सख्या 300 पार

एनडीएमए के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में कई दिनों से लगातार मानसूनी बारिश और बादल फटने से आई अचानक बाढ़ में कम से कम 327 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित जिले बुनेर में ही 200 से ज्यादा लोग मारे गए। घरों के ढहने और बाढ़ के पानी में निवासियों, मवेशियों और वाहनों के बह जाने से कम से कम 137 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दूरदराज के गांवों में कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है और कई अभी भी लापता हैं।

अधिकारियों के अनुसार, लगभग 2,000 कर्मियों की तैनाती के साथ बचाव अभियान जारी है, लेकिन पुलों और संपर्क मार्गों सहित मुख्य सड़कों के नष्ट होने से राहत कार्य जटिल हो गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा बचाव एजेंसी के प्रवक्ता बिलाल अहमद फैजी ने कहा, “भारी बारिश, भूस्खलन और जलभराव वाली सड़कें बचाव कार्यों, खासकर भारी मशीनरी और एम्बुलेंस की आवाजाही में भारी बाधा डाल रही हैं।” वे बचे हुए लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मलबे में फंसे अपने रिश्तेदारों या प्रियजनों की मौत के कारण बहुत कम लोग दूसरी जगहों पर जा रहे हैं।

USAR टीम ने बचाव अभियान शुरू किया

पाकिस्तानी सेना की कोर ऑफ़ इंजीनियर्स अर्बन सर्च एंड रेस्क्यू (USAR) टीम ने भी बुनेर, शांगला और स्वात में बचाव अभियान शुरू किया है। घायलों की तलाश और मलबे में दबे शवों को निकालने के लिए उन्नत उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेना के जवान प्रभावित इलाकों तक पहुँच बहाल करने के लिए अवरुद्ध सड़कों को साफ करने और क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत का काम भी कर रहे हैं।

बुनेर के एक ग्रामीण ने स्थानीय मीडिया को बताया कि स्थानीय निवासी रात भर मलबे में तलाश करते रहे। तबाह हुए गाँवों में अंतिम संस्कार हो रहे हैं, जहाँ बचे हुए लोग हाथों से मलबे में शवों की तलाश जारी रखे हुए हैं। बुनेर के एक स्कूल शिक्षक सैफुल्लाह खान ने कहा, “मैंने जिन बच्चों को पढ़ाया था, उनके शव निकालने में मैंने मदद की। यह सदमा असहनीय है।”

मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंदापुर ने दौरा किया

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंदापुर ने शनिवार को बुनेर का दौरा किया और चल रहे बचाव, राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार, जिले की सात ग्राम सभाएँ बादल फटने से प्रभावित हुईं, जिससे कुल 5,380 घर क्षतिग्रस्त हो गए। अब तक 209 लोगों की मौत हो चुकी है, 134 लोग लापता हैं और 159 अन्य घायल हुए हैं। बचाव एवं राहत अभियान जारी है जिसमें बचावकर्मी, डॉक्टर, पैरामेडिक्स, पुलिस अधिकारी, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक और पाकिस्तानी सेना की तीन बटालियन सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।

अब तक 3,500 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि लापता लोगों की तलाश जारी है। गंदापुर ने कहा, “बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। प्रांतीय सरकार प्राथमिकता के आधार पर सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि प्रांतीय सरकार ने राहत एवं पुनर्वास गतिविधियों के लिए 1.5 अरब रुपये जारी किए हैं।