October 6, 2025

अमरीका पहुंचे जेलेंस्की ने युद्ध जल्द खत्म करने की बात दोहराई

अमरीका पहुंचे जेलेंस्की ने युद्ध जल्द...

वाशिंगटन, 18 अगस्त : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को ख़त्म करने की कोशिशें जारी हैं। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाक़ात की थी। इसके तुरंत बाद, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की अब अमेरिका पहुँच गए हैं और व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाक़ात करेंगे।दरअसल, इससे पहले भी यूक्रेन के राष्ट्रपति व्हाइट हाउस आए थे। उस समय ज़ेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी। इसके बाद ज़ेलेंस्की एक बार फिर अमेरिका पहुँच रहे हैं। हालाँकि, इस बार बातचीत की मेज़ पर ज़ेलेंस्की अकेले नहीं होंगे। उनके साथ अन्य देशों के नेता भी मौजूद रहेंगे।

बताया जा रहा है कि ज़ेलेंस्की और ट्रंप के बीच इस बैठक के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब्स और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन भी अमेरिका पहुंचने वालों में शामिल हैं।

ट्रम्प और ज़ेलेंस्की आज मिलेंगे

तय कार्यक्रम के अनुसार, यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 18 अगस्त 2025 को मुलाकात तय है। दोनों के बीच यह अहम मुलाकात वाशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस में होगी। अमेरिकी समय के अनुसार यह मुलाकात दोपहर 1 बजे होगी, जबकि भारतीय समय के अनुसार यह मुलाकात रात 9.30 बजे होगी।

ज़ेलेंस्की ने क्या कहा?

अमेरिका पहुँचने के बाद, ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका और हमारे यूरोपीय मित्रों के साथ हमारी संयुक्त शक्ति रूस को वास्तविक शांति के लिए प्रेरित करेगी। हालाँकि, राष्ट्रपति ने ज़ेलेंस्की का आभार व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस युद्ध का शीघ्र और सुरक्षित अंत होना चाहिए। गौरतलब है कि दोनों देशों के नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में पुतिन और ट्रंप अलास्का में मिले थे।

बैठक से पहले ट्रम्प का संदेश

गौरतलब है कि ट्रंप और ज़ेलेंस्की की मुलाकात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कड़ा संदेश दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन को क्रीमिया पर फिर से दावा करने की बात भूल जाना चाहिए। ट्रंप यहीं नहीं रुके, उन्होंने ज़ेलेंस्की से यह भी कहा कि वह यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाने के लिए आतुर न हों। यहां आपको बता दें कि रूस को लगता है कि अगर यूक्रेन को नाटो की सदस्यता मिल जाती है, तो यह रूस के लिए किसी खतरे से कम नहीं होगा।

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