November 20, 2025

Google Maps हुआ और भी स्मार्ट! भारत में नए ट्रैफ़िक और सुरक्षा फ़ीचर लॉन्च

Google Maps हुआ और भी स्मार्ट...

नई दिल्ली, 8 नवम्बर : भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में सड़कों की स्थिति पल भर में बदल सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, गूगल ने गूगल मैप्स में भारत के लिए कई नए सुरक्षा और ट्रैफ़िक अलर्ट फ़ीचर पेश किए हैं। गूगल अपने एआई और स्थानीय साझेदारों की मदद से भारत में रोज़ाना लाखों अपडेट करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपयोगकर्ताओं को सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी मिले।

कंपनी ने देश के 18 शहरों की ट्रैफ़िक पुलिस के साथ साझेदारी की है, जो सड़क बंद होने या किसी अन्य व्यवधान की तुरंत जानकारी प्रदान करती है। भारत में उपयोगकर्ता प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख ट्रैफ़िक व्यवधानों की रिपोर्ट करते हैं। गूगल ने अपने गूगल मैप्स पर भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए तीन नए फ़ीचर पेश किए हैं। आइए तीनों फ़ीचर्स को विस्तार से समझते हैं…

यातायात के लिए सक्रिय अलर्ट उपलब्ध होंगे

अब गूगल मैप्स एक “प्रोएक्टिव ट्रैफ़िक अलर्ट” फ़ीचर लेकर आया है। यह फ़ीचर यूज़र्स को ट्रैफ़िक जाम या आगे किसी बड़ी देरी की सूचना पहले ही दे देगा। इससे यूज़र को पता चल जाएगा कि देरी कितनी है और इसका उनके ETA (आगमन का अनुमानित समय) पर कितना असर पड़ेगा। यह फ़ीचर फिलहाल एंड्रॉइड के लिए दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के हाईवे और प्रमुख सड़कों पर उपलब्ध है।

दुर्घटना संभावित क्षेत्रों के लिए भी अलर्ट

इसके अलावा, गूगल मैप्स में एक्सीडेंट-प्रोन एरिया अलर्ट्स नाम से एक नया फ़ीचर भी लॉन्च किया गया है। यह फ़ीचर आपको विज़ुअल और वॉइस अलर्ट के ज़रिए तब आगाह करेगा जब आप किसी ऐसे इलाके में पहुँचेंगे जहाँ दुर्घटनाएँ ज़्यादा होती हैं। इसे गुरुग्राम, साइबराबाद, चंडीगढ़ और फरीदाबाद में लॉन्च किया गया है।

गति सीमा वास्तविक समय में प्रदर्शित की जाएगी

कई सड़कों और मुख्य मार्गों पर गति सीमा तय होती है, लेकिन सड़कों पर साइनबोर्ड न होने के कारण लोगों को वास्तविक गति सीमा का पता नहीं चल पाता। इसी वजह से अनजाने में ओवरस्पीडिंग करने पर लोगों के चालान कट जाते हैं। अब गूगल ने इस समस्या का भी समाधान निकाल लिया है। अब सड़क की तय गति सीमा गूगल मैप्स की नेविगेशन स्क्रीन पर भी दिखाई देगी। यह सुविधा फिलहाल 9 भारतीय शहरों – फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और नोएडा में लागू की जा रही है।

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