बैंकॉक, 24 मई : चीनी सरकार ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर ट्रम्प प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के परिणामस्वरूप अमेरिका की वैश्विक प्रतिष्ठा को होने वाले नुकसान की चेतावनी दी है। इस स्थिति का लाभ उठाते हुए, हांगकांग के एक विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपने संस्थान में प्रवेश देने का आश्वासन दिया है।
हांगकांग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों और हार्वर्ड में पहले से नामांकित विद्यार्थियों के लिए एक खुला निमंत्रण जारी किया है। विश्वविद्यालय ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया कि वह बिना किसी शर्त के प्रस्ताव, सुव्यवस्थित प्रवेश प्रक्रिया और सुचारू स्थानांतरण के लिए आवश्यक शैक्षणिक सहायता प्रदान करेगा, जिससे छात्रों को अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद मिलेगी।
छात्रों को इंतजार की बजाए विकल्प ढूंढना चाहिए
हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में चीनी छात्रों की संख्या बड़ी है। आंकड़ों के अनुसार, विश्वविद्यालय ने 2024 में अपने सभी स्कूलों में 6,703 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को नामांकित किया, जिनमें से 1,203 चीन से थे। ट्रम्प प्रशासन के इस कदम की घोषणा गुरुवार को चीनी सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से चर्चा में रही।
सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने सवाल उठाया कि क्या अमेरिका विदेशी छात्रों के लिए एक प्रमुख स्थान बना रहेगा, जबकि हार्वर्ड पहले से ही अमेरिकी सरकार के खिलाफ अदालत में मुकद्मा कर रहा है। सीसीटीवी की टिप्पणी में कहा गया है, लेकिन हजारों अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को लंबी मुकद्मेबाजी अवधि के कारण इंतजार करना पड़ सकता है।
यह भी देखें : https://bharatdes.com/india-said-in-the-un-that-pakistan-is-violating-the-indus-water-treaty/

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