October 6, 2025

आपका बच्चा भी हो रहा है मोटापे का शिकार तो आपको ध्यान देना चाहिए यहां

आपका बच्चा भी हो रहा है मोटापे का...

नई दिल्ली – मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है, जो अब बच्चों में भी तेजी से बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में बच्चों में मोटापे के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इसके पीछे मुख्य कारणों में खेलकूद की कमी, जंक फूड का अत्यधिक सेवन और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली शामिल हैं। यह चिंताजनक है कि मोटापे के कारण बच्चों में छोटी उम्र में ही मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं विकसित हो सकती हैं।

इसलिए, बच्चों में मोटापे को नियंत्रित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। माता-पिता और शिक्षकों को चाहिए कि वे बच्चों को स्वस्थ आहार के प्रति जागरूक करें, नियमित शारीरिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करें और उन्हें संतुलित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करें।

स्वस्थ भोजन खाना

बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पौष्टिक भोजन आवश्यक है। उनके आहार में हरी सब्जियां, ताजे फल, साबुत अनाज, सूखे मेवे, बीज, दूध और डेयरी उत्पाद सही मात्रा में शामिल करें, ताकि उनके शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें। इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करें कि वे जंक फूड, अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और चीनी युक्त खाद्य पदार्थ जितना संभव हो उतना कम खाएं।

खेलने के लिए प्रोत्साहित करें

आजकल बच्चे खेलने के लिए बहुत कम बाहर जाते हैं। उनका अधिकांश समय टीवी, मोबाइल या कंप्यूटर पर बीतता है। न केवल पढ़ाई के लिए, बल्कि अब वे इन गैजेट्स पर गेम भी खेलते हैं। इसके कारण उनकी शारीरिक गतिविधियां काफी कम हो गई हैं। इसलिए अपने बच्चों को पार्क में जाकर फुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन जैसे खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।

उचित नींद लेना भी महत्वपूर्ण है

नींद की कमी से भी वजन बढ़ सकता है। दरअसल, जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है। इसके कारण शरीर में सूजन आने लगती है, जिससे वजन बढऩे लगता है। इसलिए बच्चों के सोने का समय निर्धारित करें ताकि उन्हें प्रतिदिन कम से कम 8-9 घंटे की नींद मिल सके।

स्क्रीन पर बिताया गया समय कम करें

बच्चों में मोटापे को रोकने के लिए स्क्रीन टाइम को कम करना भी आवश्यक है। अपने बच्चे को आधे घंटे से अधिक समय तक फोन का उपयोग न करने दें। स्कूल के होमवर्क के लिए कंप्यूटर का उपयोग आवश्यक हो सकता है, लेकिन मनोरंजन के लिए उनमें बोर्ड गेम और किताबें पढऩे जैसी आदतें डालें।

परिवार का सहयोग भी जरूरी है

बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए परिवार का सहयोग लेना भी महत्वपूर्ण है। दरअसल, बच्चे घर के बड़ों की तरह व्यवहार करते हैं। इसलिए परिवार के बुजुर्गों को भी स्वस्थ भोजन करना चाहिए और रोजाना व्यायाम करना चाहिए, ताकि बच्चे भी उन्हें देखकर यही सीख सकें।

बच्चों में कम उम्र से ही ये आदतें डालने से न केवल उन्हें मोटापे से बचाया जा सकेगा, बल्कि उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी बेहतर होगा।