देहरादून, 9 अक्तूबर : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा एक बार फिर नई ऊंचाइयों को छू रही है। बारिश और बर्फबारी के बावजूद श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। श्रद्धा और आस्था की मिसाल बनी केदारनाथ यात्रा ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बुधवार को 16.56 श्रद्धालुओं का आंकड़ा पार कर लिया। धाम के कपाट बंद होने में अभी 15 दिन बाकी हैं। ऐसे में यह संख्या और बढ़ना तय है। पिछले साल पूरी यात्रा अवधि के दौरान 16,52,076 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शनों के लिए आए थे।
कपाट 23 अक्टूबर को बंद हो जाएँगे
बुधवार को 5,614 तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए। केदारनाथ के कपाट 23 अक्टूबर को भाई दूज के अवसर पर बंद हो जाएँगे। यात्रा अगले 15 दिनों तक जारी रहेगी। इस बीच, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
सरकार ने सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। यात्रा मार्ग पर सेना तैनात की गई है और सुचारू यातायात सुनिश्चित करने के लिए भूस्खलन स्थलों पर मलबा हटाने के लिए जेसीबी तैनात की गई हैं।
भूस्खलन ने चार धाम यात्रा को प्रभावित किया
गौरतलब है कि इस वर्ष चार धाम यात्रा 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई थी। केदारनाथ के कपाट 2 मई और बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खुले थे। मानसून के दौरान भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन ने चार धाम यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया। गंगोत्री धाम का एक महत्वपूर्ण पड़ाव, धारली, प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सड़क मार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री धाम यात्रा रोकनी पड़ी।
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