वाशिंगटन, 13 दिसम्बर : भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद ट्रंप को अपने ही देश में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। ट्रंप के इस फैसले के खिलाफ अमेरिकी संसद में एक प्रस्ताव पेश किया गया है, जिसमें भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ को हटाने की मांग की गई है। भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति, सांसद डेबोरा रॉस और सांसद मार्क वेसी ने संयुक्त रूप से यह प्रस्ताव निचले सदन में पेश किया है।
इस प्रस्ताव में कहा गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित राष्ट्रीय आपातकाल को समाप्त करने की मांग की गई है, जिसके तहत भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है। अमेरिकी सांसदों ने इसे अवैध और अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक बताया है।
अमेरिकी सांसदों ने क्या कहा?
इससे पहले, ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद अमेरिकी कांग्रेस में इसी तरह का प्रस्ताव रखा गया था। ट्रंप ने अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्तियां अधिनियम (IEEPA) के तहत आपातकाल लागू करते हुए भारत पर पहले से लागू 25 प्रतिशत टैरिफ को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया था। ट्रंप का यह फैसला 27 अगस्त से प्रभावी हुआ।
राजा कृष्णमूर्ति के अनुसार
“भारत के प्रति राष्ट्रपति ट्रम्प की गैरजिम्मेदार टैरिफ रणनीति गलत है, यह दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण साझेदारी को नुकसान पहुंचाती है।” राजा कृष्णमूर्ति ने आगे कहा, “ट्रम्प का यह निर्णय अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाने के बजाय आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर रहा है। इससे अमेरिकी कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है और उपभोक्ताओं को अधिक कीमतों पर सामान खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यदि ये शुल्क हटा दिए जाते हैं, तो अमेरिका आर्थिक और सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत को आगे बढ़ा सकता है।”
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