अमरावती, 28 मई : मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों, कर्नाटक के शेष क्षेत्रों, तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों, आंध्र प्रदेश के बाकी क्षेत्रों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों तथा पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ गया है।
केंद्र ने बताया कि ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव वाला क्षेत्र बुधवार को सुबह 08:30 बजे तक वहीं बना रहा। इससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से औसतन 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इसके धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढऩे की संभावना है और अगले 24 घंटों में यह उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन (गहरे दबाव वाले क्षेत्र) में बदल सकता है।
अगले 24 घंटों में होगी भारी बारिश
इसके प्रभाव स्वरूप, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। अगले चार दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में अलग-अलग स्थानों पर 30 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाओं के साथ गरज-तूफान आने की संभावना है।
31 मई को तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में, और 30 व 31 मई को रायलसीमा में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चल सकती हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई, जबकि एलूरू और विजयनगरम जिलों में भारी वर्षा हुई। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि तटीय आंध्र प्रदेश और यानम के कई स्थानों पर तथा रायलसीमा में एक-दो स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।
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