नई दिल्ली, 10 अक्तूबर : भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने साफ कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का उनका फैसला निजी है। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन पर टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का दबाव किसी ने नहीं बनाया था। 39 वर्षीय अश्विन ने पिछले साल ब्रिस्बेन में 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के बाद संन्यास की घोषणा करके क्रिकेट जगत को चौंका दिया था।
बैश लीग में खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बनेंगे
इसके बाद उन्होंने इसी साल अगस्त में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से भी संन्यास ले लिया। अब वह दुनिया भर की टी20 लीग में खेलने के लिए स्वतंत्र हैं। वह इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बनेंगे।
अश्विन ने कहा, “किसी ने मुझसे नहीं कहा कि मुझे संन्यास ले लेना चाहिए। किसी ने मुझसे नहीं कहा कि टीम में तुम्हारी कोई जगह नहीं है। सच तो यह है कि जब मैंने यह फैसला लेना शुरू किया तो 2-3 लोगों ने मुझे रोकने की कोशिश की, लेकिन फैसला मेरा था। वे चाहते थे कि मैं और खेलूँ।” उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा (तत्कालीन कप्तान) ने भी मुझे सोचने को कहा था। गौतम गंभीर ने भी फैसले पर दोबारा सोचने को कहा था, लेकिन मैंने अजीत अगरकर से इस (संन्यास) बारे में ज्यादा बात नहीं की।
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