चंडीगढ़, 25 मार्च : कर्नल बाठ से मारपीट मामले में डी.जी.पी. गौरव यादव और लेफ्टिनेंट जनरल मोहित वाधवा ने यहां एक संयुक्त प्रैस कान्फ्रेंस की, जिसमें कहा कि मामले की जांच को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से करने की आवश्यकता पर जोर दिया। वर्तमान में, एस.आई.टी. इस मामले की जांच कर रही है। डी.जी.पी. ने आश्वासन दिया कि हम इस मामले को एक निर्णायक निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस विषय पर बात करते हुए, डी.जी.पी. गौरव यादव ने स्पष्ट किया कि मौजूदा स्थिति को पुलिस और सेना के बीच विवाद के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ के परिवार को सुरक्षा प्रदान की गई है। कर्नल बाठ का इलाज वर्तमान में सैन्य अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस वालों से हुई थी हाथापाई
13-14 मार्च की रात को, कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ अपने बेटे के साथ पटियाला के राजिंदर अस्पताल के निकट पहुंचे थे। परिवार का आरोप है कि पंजाबी युवकों ने उन पर हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप यह गंभीर स्थिति उत्पन्न हुई। इस मामले में सेना की सक्रियता और पुलिस की भूमिका पर चर्चा करते हुए, अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि सभी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
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