धर्मशाला, 9 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। चंबा और कांगड़ा का दौरा करने के बाद, प्रधानमंत्री ने आपदा प्रभावित लोगों से बातचीत की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने 11 महीने की नितिका से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने बच्ची को गोद में लेकर उसे प्यार किया और उसे चॉकलेट भी दीं। बच्ची के बारे में सुनकर प्रधानमंत्री भावुक भी हो गए।
इस बच्ची ने आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है। मंडी ज़िले के सराज में आई आपदा ने इस बच्ची को बेसहारा बना दिया। बादल फटने से आई बाढ़ में बच्ची के माता-पिता और दादी सब बह गए। अब यह मासूम बच्ची बिना माता-पिता के अपनी मौसी पर निर्भर है।
नितिका ने माता-पिता और दादी को खो दिया था
कांगड़ा हवाई अड्डे पर मंडी ज़िले के सिराज क्षेत्र के परवाड़ा राज की एक वर्षीय नितिका से प्रधानमंत्री की मुलाक़ात ने सभी को भावुक कर दिया। नितिका ने 30 जून की आपदा में अपने माता-पिता और दादी को खो दिया था और अब शिकावाड़ी में अपनी मौसी के पास रह रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने नितिका को गोद में लेकर प्यार किया, उसके सिर पर हाथ रखा और उसे आशीर्वाद दिया। यह दृश्य देखकर वहाँ मौजूद जनसमूह की आँखें नम हो गईं।
नितिका के मासूम चेहरे पर भी एक पल के लिए मुस्कान आ गई। बच्ची प्रधानमंत्री मोदी को देखती रही। प्रधानमंत्री ने बच्ची की शिक्षा और पालन-पोषण के बारे में भी पूछताछ की और उसे हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
पार्षद कृष्णा देवी ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की
मंडी शहर के जेल रोड की पूर्व पार्षद कृष्णा देवी ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने 28 जुलाई की आपदा में अपने बेटे, बहू और पोते को खोने का दुख साझा किया। कृष्णा देवी ने बताया कि कैसे उनका पूरा परिवार पल भर में तबाह हो गया और अब वह अकेली रह गई हैं। प्रधानमंत्री ने उनका हाथ थामकर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि केंद्र और राज्य सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है।
अपनों को खोने वालों का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस भीषण आपदा में अपनों को खोने वालों का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, लेकिन सरकार पुनर्वास और सहायता के लिए हर संभव कदम उठाएगी। उन्होंने अधिकारियों को राहत और पुनर्वास कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश भी दिए। प्रधानमंत्री मोदी के इस भावुक क्षण और संवेदनशील व्यवहार ने स्थानीय लोगों के दिलों को छू लिया।
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