December 8, 2025

पंजाब कांग्रेस की गंगा नहर शताब्दी समारोह पर आपत्ती, वापिस लौटे कानून मंत्री

पंजाब कांग्रेस की गंगा नहर शताब्दी समारोह पर...

चंडीगढ़, 5 दिसम्बर : पांच दिसंबर को फिरोजपुर में मनाए जा रहे गंग नहर के शताब्दी समारोह को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। हुसैनीवाला में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को शामिल होना था, लेकिन भाजपा के प्रदेश नेतृत्व और कांग्रेस के कड़े विरोध के चलते उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया और अमृतसर हवाई अड्डे से वापस लौट गए। केंद्रीय मंत्री मेघवाल इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे।

भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने भी उठाया मुद्दा

भाजपा नेता गुरमीत सिंह सोढ़ी द्वारा फिरोजपुर में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष यह मुद्दा उठाया और कहा कि पिछले कई वर्षों से पंजाब में राजस्थान को पानी देने का मुद्दा बना हुआ है। ऐसे में हम नहर के शताब्दी समारोह मनाने को कैसे उचित ठहरा सकते हैं। अगर यह कार्यक्रम होना ही है तो श्रीगंगानगर में होना चाहिए ताकि पंजाब भाजपा को यहां की जनता को जवाबदेह न होना पड़े।

गौरतलब है कि पंजाब के राज्यपाल की बजाय चंडीगढ़ के प्रशासक के तौर पर चीफ कमिश्नर की नियुक्ति, एफसीआई पंजाब के जनरल मैनेजर के तौर पर यूटी कैडर के अधिकारी की नियुक्ति और बीबीएमबी व पंजाब यूनिवर्सिटी के सीनेट के मुद्दों को लेकर भाजपा पहले से ही विपक्षी दलों के निशाने पर है। अब फिरोजपुर में गंग नहर के शताब्दी वर्ष मनाने का मुद्दा सामने आते ही विरोध शुरू हो गया है।

भाजपा पुराने जख्मों को कुरेद रही है : बाजवा

विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब की धरती पर गंगा नहर की शताब्दी मनाने के भाजपा के “राजनीतिक रूप से भड़काऊ” फैसले की कड़ी आलोचना की है। बाजवा ने याद दिलाया कि गंगा नहर का निर्माण अंग्रेजों ने 1922 में मुख्यतः बीकानेर के महाराजा को खुश करने के लिए करवाया था, जिनकी ब्रिटिश राजशाही के प्रति वफ़ादारी के बदले उन्हें पंजाब की नदियों का पानी उदारतापूर्वक वितरित किया गया था। पंजाबियों के दशकों पुराने ज़ख्म हरे हो रहे हैं।

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