तरनतारन, 26 सितंबर : खेमकरण के एक सरकारी स्कूल में तैनात 54 वर्षीय विज्ञान अध्यापक द्वारा एक छात्रा से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है, जबकि एक अन्य छात्रा ने अध्यापक द्वारा किए जा रहे कुकृत्य का वीडियो बना लिया। उधर, जब मामला जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार के पास पहुंचा तो उन्होंने इसे खेमकरण थाने के प्रमुख सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह के ध्यान में लाया।
पुलिस के पास उक्त वीडियो भी मौजूद था
शर्मनाक बात यह थी कि पुलिस अध्यापक को थाने ले आई लेकिन पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया, जिसके बाद बाल संरक्षण अधिकारी ने मामला पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के ध्यान में लाया और आयोग के आग्रह पर पुलिस ने घबराहट में मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन मामले में यह कृत्य करने वाले अध्यापक को नामजद करने की बजाय किसी अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। हालांकि पुलिस के पास उक्त वीडियो भी मौजूद था।
हवलदार अजीत सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल खेमकरण में तैनात एक साइंस टीचर के साथ छेड़छाड़ होने पर किसी अन्य छात्र ने अपने मोबाइल फोन पर घटना का वीडियो बना लिया, जो बाद में वायरल हो गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि स्कूल प्रिंसिपल ने 19 सितंबर को उन्हें वीडियो और शिकायत सौंपी थी, जिसमें उक्त टीचर बच्चे के साथ छेड़छाड़ करता हुआ दिखाई दे रहा था।
जब तक पीड़ित बच्चे की पहचान नहीं, कोई कार्रवाई नहीं
उन्होंने तुरंत मामला खेमकरण थाना प्रभारी बलबीर सिंह के संज्ञान में लाया और स्कूल के साइंस टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने को कहा, लेकिन टीचर को स्कूल बुलाकर गिरफ्तार करने की बजाय उसे कुछ देर बाद छोड़ दिया गया, जिसने उसे दोबारा स्कूल भी हाजिर करवा दिया। राजेश कुमार ने बताया कि थाना प्रभारी ने कहा था कि जब तक पीड़ित बच्चे की पहचान नहीं हो जाती, वह कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।
पुलिस की इस ढीली कार्रवाई के चलते उन्होंने 23 सितंबर को मामला पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के संज्ञान में लाया, जिसके बाद एसएचओ ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर टीचर को एक बार फिर बाहर रहने की इजाजत दे दी है।
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