छिंदवाड़ा, 10 अक्तूबर : मध्य प्रदेश में 23 बच्चों की मौत के लिए ज़िम्मेदार तमिलनाडु की कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के निदेशक जी. रंगनाथन को एसआईटी चेन्नई से विमान से नागपुर ले आई। इसके बाद उन्हें नागपुर से छिंदवाड़ा लाया गया। टीम उन्हें लेकर परसिया थाने पहुँच गई है, दोपहर में उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। मध्य प्रदेश की विशेष जाँच टीम (एसआईटी) ने बुधवार देर रात उसे चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया।
उसे ट्रांजिट रिमांड पर छिंदवाड़ा लाया जा रहा है। उसके खिलाफ 5 अक्टूबर को परसिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। साइबर सेल के ज़रिए रंगनाथन के बंद पड़े मोबाइल की आखिरी लोकेशन का पता लगाया गया।
जी. रंगनाथन अपनी पत्नी के साथ फरार था
उसे एक रणनीतिक तरीके से गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ के बाद कंपनी के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता की आशंका है। जी. रंगनाथन अपनी पत्नी के साथ फरार था। चेन्नई स्थित उसके अपार्टमेंट को सील कर दिया गया है, जबकि कोडम्बक्कम स्थित उसका पंजीकृत कार्यालय बंद पाया गया। छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने बताया कि एसआईटी ने आरोपी की फैक्ट्री और कार्यालय पर छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला।
साइबर सेल के ज़रिए उसकी लोकेशन ट्रेस की गई और उसे चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया। एसआईटी ने कंपनी से ज़रूरी दस्तावेज़, दवा के नमूने और उत्पादन रिकॉर्ड भी ज़ब्त किए। राज्य में अब तक ज़हरीली कफ सिरप के सेवन से हुए संक्रमण से 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। छिंदवाड़ा-पांडुर्ना ज़िलों में अब तक 21 और बैतूल में दो बच्चों की मौत हो चुकी है। तीन बच्चों का नागपुर में इलाज चल रहा है।
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