धर्मशाला, 23 नवम्बर : दुबई में शुक्रवार को एयर शो के दौरान तेजस विमान दुर्घटना में शहीद हुए पायलट विंग कमांडर नमांश सियाल का पार्थिव शरीर रविवार को विशेष विमान से हिमाचल स्थित उनके पैतृक गांव पहुंचा। कांगड़ा हवाई अड्डे पर उनकी पत्नी विंग कमांडर अफशां, जो वायुसेना की वर्दी में थीं, अपने पति का पार्थिव शरीर लेकर पहुँचीं। उनकी सात साल की बेटी भी उनके साथ थी। बच्ची गुमसुम थी, उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है।
इस बीच, मां वीना देवी रोती हुई बाहर आईं और अधिकारियों ने उनका ध्यान रखा। पिता जगन्नाथ भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। यहां से पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पटियालाकर ले जाया गया। यहां मोक्षधाम में सैन्य सम्मान के साथ नमांश सियाल का अंतिम संस्कार किया गया।
चचेरे भाई ने चिता जलाई
नमांश सियाल की चिता को उनके चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। नमांश का कोई जैविक भाई-बहन नहीं है। वह इकलौती बेटी है।
नमन्श की सात साल की बेटी अपने दादा-दादी के साथ
नमांश सियाल के चाचा जोगिंदर सियाल ने बताया कि उस समय नमांश की पोस्टिंग कोयंबटूर के सैलूर में थी। उनकी पत्नी अफशां वायुसेना में पायलट हैं और इस समय कोलकाता में ट्रेनिंग पर हैं। नमांश के माता-पिता अपनी सात साल की बेटी की देखभाल के लिए सैलूर में मौजूद थे।
शव कोयम्बटूर से विशेष विमान से लाया गया।
जोगिंदर सियाल ने बताया कि रविवार सुबह करीब नौ बजे नमांश का पार्थिव शरीर कोयंबटूर से वायुसेना के विशेष विमान से लाया गया। इसके बाद दिल्ली से गगल हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी गई।
हिमाचल सरकार के मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से खेल एवं आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, नगरोटा बगवां से कैबिनेट मंत्री रघुवीर सिंह बाली, शाहपुर से विधायक केवल पठानिया ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। प्रशासन की ओर से पुलिस अधिकारियों समेत अन्य अधिकारी और सैकड़ों लोग भी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
शहीद नमांश सियाल का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया।इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली थीं।

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