December 10, 2025

पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव, अब बैंकों में लंबी कतारों से मुक्ति

पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव...

चंडीगढ़, 10 दिसम्बर : अब पंजाब के गांवों में बैंकों के बाहर लंबी कतारें नहीं लगेंगी और न ही बैंकों तक पहुंचने के लिए दूरी तय करनी पड़ेगी। गांवों में नए बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (बीसी) केंद्र खुलने जा रहे हैं। इसके बाद ग्रामीणों को आसानी से नकद जमा और निकासी, पेंशन, सरकारी सब्सिडी, बीमा, बिल भुगतान, मोबाइल रिचार्ज और सरकारी योजनाओं से संबंधित सभी सेवाएं गांव के भीतर ही मिल सकेंगी।

गांव में ही मिलेंगी सभी बैंकिंग सेवाएं

जो काम पहले पूरा दिन लेते थे, अब गांव में ही कुछ मिनटों में पूरे हो सकेंगे। यह बदलाव पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग की तस्वीर पूरी तरह बदल देगा। इस पहल से स्थानीय युवाओं को भी बड़ा लाभ मिलेगा क्योंकि प्रत्येक केंद्र का संचालन उसी गांव या क्षेत्र के युवाओं द्वारा किया जाएगा। बीएलएस उन्हें प्रशिक्षण और आवश्यक डिजिटल उपकरण उपलब्ध कराएगा। इससे ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और गांवों में डिजिटल समझ और वित्तीय जागरूकता बढ़ेगी।

ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर

देश की सबसे बड़ी डिजिटल और बैंकिंग सेवा प्रदाता कंपनी बीएलएस ई-सर्विसेज राज्य में पांच हजार नए बीसी केंद्र स्थापित करेगी। ये केंद्र स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और एचडीएफसी बैंक सहित कई सरकारी और निजी बैंकों के अधिकृत बैंकिंग संपर्क बिंदु होंगे। इस पहल से उन हजारों ग्रामीण परिवारों को राहत मिलेगी जिन्हें अभी भी बैंक जाने के लिए घंटों कतारों में खड़ा होना पड़ता है या कई किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है।

पांच हजार नए बीसी केंद्र स्थापित होंगे

इसकी शुरुआत अमृतसर, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का, फिरोजपुर, लुधियाना और पटियाला जिलों से होगी। इसके बाद, इन केंद्रों का विस्तार पंजाब के हर ब्लॉक और हर ग्रामीण क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य है कि 2027 तक ऐसा कोई गांव न बचे जहां ग्रामीणों को बैंक संबंधी कामों के लिए बाहर जाना पड़े। नए बीसी केंद्र एक छोटी बैंक शाखा की तरह पूरी तरह से सुसज्जित होंगे।

यह भी देखें : बर्फीली हवाओं के कारण आठ जिलों में शीत लहर का ‘येलो अलर्ट’ जारी