पेशावर, 12 अप्रैल : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के वरिष्ठ नेता जुनैद अकबर ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान सरकार या किसी अन्य संगठन के साथ सुलह वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें बंदूक की नोक पर मजबूर नहीं किया जा सकता। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता अकबर ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि वह संविधान और कानून की पवित्रता के लिए किसी से भी बात करने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें बंदूक की नोक पर मजबूर नहीं किया जा सकता।
जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं
अकबर ने कहा, बातचीत के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं, लेकिन अगर कोई यह सोचता है कि खान साहब और हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें जेल भेजकर वह अपनी इच्छा जबरदस्ती हम पर थोप देगा, तो यह उसका भ्रम है। अकबर ने यह भी कहा कि संस्थाओं को अपनी कानूनी सीमाओं के भीतर काम करना चाहिए और राजनीतिक दलों को भी ऐसा ही करना चाहिए।
उन्होंने कहा, हम संविधान और कानून को बनाए रखने के लिए सरकार या संस्थाओं से बात करने के लिए तैयार हैं। खान की रिहाई की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर अकबर ने कहा, यह सिर्फ खान साहब का मुद्दा नहीं है; यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है। संस्थाओं और जनता के बीच की खाई काफी बढ़ गई है… हम बार-बार जनता द्वारा समर्थित मजबूत संस्थाओं की आवश्यकता पर जोर देते हैं।
यह भी देखें : https://bharatdes.com/ukraine-got-the-support-of-50-countries-after-america-turned-its-back/

More Stories
राष्ट्रपति ट्रंप के एप्सटीन फाइल्ज ट्रांस्परेंसी एक्ट पर हस्ताक्षर, क्या खुलेंगे राज?
अमेरिका दौरे पर साऊदी क्राउन प्रिंस, रिपोर्टरों के तीखे सवालों से हुए परेशान ट्रंप
ब्रिटेन में शरणार्थी के तौर पर रह रहे भारतीयों को बड़ा झटका