October 6, 2025

ट्रंप की सलाह पर चीनी वाली कोक बनाएगी कंपनी, आपने अभी तक क्या पिया?

ट्रंप की सलाह पर चीनी वाली कोका बनाएगी...

न्यूयार्क, 23 जुलाई : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी का असर देखने को मिला है। उन्होंने कोका-कोला से आग्रह किया था कि वह अपने उत्पाद में हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप के स्थान पर गन्ने की चीनी का उपयोग करे। इस अनुरोध को मानते हुए, कोका-कोला ने घोषणा की है कि वह जल्द ही एक नया कोक पेश करने जा रही है, जो गन्ने की चीनी से तैयार किया जाएगा। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह दावा किया था कि उन्होंने कोका-कोला को इस बदलाव के लिए प्रेरित किया है।

कंपनी ने बताया है कि वह विभिन्न देशों में पहले से ही गन्ने की चीनी का उपयोग कर रही है, लेकिन अमेरिका में यह पहली बार होगा जब कोक में गन्ने की चीनी का प्रयोग किया जाएगा। यह कदम न केवल ट्रंप के प्रभाव को दर्शाता है, बल्कि कोका-कोला के उत्पादों में बदलाव की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

लोगों को मिलेंगे कई विकल्प

कंपनी का कहना है कि यह नया कोक लोगों को और भी विकल्प देगा। लोग अपनी पसंद के हिसाब से इसे चुन सकेंगे। कंपनी के सीईओ जेम्स क्विंसी ने उम्मीद जताई कि यह ड्रिंक लोगों को पसंद आएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कोका-कोला अमेरिका में बिकने वाले अपने कई दूसरे ड्रिंक्स में भी गन्ने की चीनी का इस्तेमाल करती है। इनमें नींबू पानी और कॉफी शामिल है। हम अलग-अलग तरह के स्वीटनर इस्तेमाल करना चाहते हैं, ताकि लोगों को उनकी पसंद का स्वाद मिल सके।

नहीं बदलेगी रेसिपी

पिछले हफ्ते ट्रंप ने कहा था कि कोका-कोला अपने कोला में गन्ने की चीनी का इस्तेमाल करने के लिए सहमत हो गई है। लेकिन कंपनी ने बताया कि कोक की असली रेसिपी नहीं बदलेगी। उसमें हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप ही इस्तेमाल होगा। कंपनी गन्ने की चीनी से बना एक अलग कोक बनाएगी। ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन के हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज सेक्रेटरी रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी में खाने-पीने की चीजों से आर्टिफिशियल और प्रोसेस्ड चीजें हटाई जाएं।

उन्होंने एक पॉडकास्ट में यह बताया कि हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप का सेवन मोटापे और डायबिटीज का कारण बन सकता है। चूंकि कॉर्न सिरप की लागत कम होती है, कोका-कोला ने इसे कई साल पहले अपने उत्पादों में शामिल करना शुरू किया। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोका-कोला में किसी भी प्रकार की चीनी का उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

उनका सुझाव है कि सरकार को चीनी के सेवन को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस बीच, कोका-कोला की प्रतिद्वंद्वी कंपनी पेप्सिको ने स्पष्ट किया है कि उसके उत्पादों में कोई बदलाव करने की योजना नहीं है।

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