November 21, 2025

कौन हैं ट्रंप के विश्वासपात्र सर्जियो गोर, जिन्हें भारत भेजा गया?

कौन हैं ट्रंप के विश्वासपात्र सर्जियो गोर...

नई दिल्ली, 23 अगस्त : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक करीबी सहयोगी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने भारत में अपने नए राजदूत की घोषणा की है। ट्रंप ने इसके लिए सर्जियो गोर को चुना है 

दरअसल, सर्जियो वर्तमान राजदूत एरिक गार्सेटी की जगह लेंगे। अभी तक की जानकारी के अनुसार, गोर फिलहाल व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्मिक निदेशक के पद पर कार्यरत थे। अब वह एक नई ज़िम्मेदारी संभालेंगे। सर्जियो गोर को डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है। गोर का नाम पहले भी विवादों से जुड़ा रहा है।

सर्जियो गोर की यात्रा कैसी रही?

आपको बता दें कि सर्जियो गोर केवल 39 वर्ष के हैं। वे भारत में अमेरिका के अगले राजदूत होंगे। खबरों के अनुसार, गोर का जन्म अजरबैजान के ताशकंद में हुआ था। गोर का पूरा परिवार वर्ष 1999 में वहां शिफ्ट हो गया था। सर्जियो गोर ने अपनी स्कूली शिक्षा लॉस एंजिल्स में पूरी की और बाद में वाशिंगटन विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।

स्नातक स्तर की पढ़ाई के दौरान राजनीति में रुचि

आपको बता दें कि सर्जियो गोर जब ग्रेजुएशन कर रहे थे, तभी से उनकी राजनीति में रुचि थी। शुरुआत में वे रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुए और इसके साथ ही उन्होंने कई अमेरिकी सांसदों के साथ काम किया। इससे उन्हें एक नई पहचान मिलने लगी और बाद में वे रिपब्लिकन के प्रवक्ता के रूप में जाने जाने लगे। साल 2020 में जब उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार अभियान शुरू किया, उसी दौरान उनकी मुलाकात ट्रंप से हुई। इस दौरान वे प्रचार अभियान का एक बड़ा चेहरा बन गए।

गोर ट्रम्प के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक हैं।

माना जा रहा है कि सर्जियो गोर इस समय डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी और भरोसेमंद लोगों में से एक हैं। यही वजह है कि उन्हें भारत में अमेरिकी राजदूत नियुक्त किया जा रहा है। इतना ही नहीं, उन्हें दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत की ज़िम्मेदारी भी देने की तैयारी है। जिससे वह न सिर्फ़ भारत में, बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत एशिया में भी रणनीतिकार के तौर पर काम कर सकें।

विवादों से लंबा नाता

सर्जियो गोर का नाम हाल ही में विवादों से भी जुड़ा है। इससे पहले भी गोर पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। उन पर रूसी जासूस होने का भी आरोप लगा था, जिसके लिए टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने उन्हें साँप भी कहा था। इतना ही नहीं, सर्जियो गोर पर अपने जन्मस्थान के बारे में गलत जानकारी साझा करने का भी आरोप लगा था।