October 6, 2025

केंद्र की नई शुरुआत, अब दो दिन पहले ही मिल जाएगी बाढ़ की चेतावनी

केंद्र की नई शुरुआत, अब दो दिन पहले...

नई दिल्ली, 3 जुलाई : केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने बुधवार को सी-फ्लड नामक एक वेब-आधारित बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली शुरू की। इसे दो दिन पहले तक गांव स्तर पर चेतावनी देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस प्रणाली को केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी), सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक) और नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) द्वारा विकसित किया गया है।

इसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत लॉन्च किया गया है। पाटिल ने कहा, “यह भारत की बाढ़ प्रबंधन यात्रा में एक परिवर्तनकारी कदम है।” उन्होंने सीडब्ल्यूसी और संबंधित संस्थानों को बाढ़ अध्ययन के लिए एक राष्ट्रीय योजना तैयार करने और सभी प्रमुख नदी घाटियों तक कवरेज का विस्तार करने का भी निर्देश दिया।

वर्तमान में, यह प्रणाली महानदी, गोदावरी और तापी नदी घाटियों के लिए वास्तविक समय के बाढ़ मानचित्र और जल स्तर पूर्वानुमान बनाने के लिए 2-डी हाइड्रोडायनामिक मॉडल का उपयोग करती है। पाटिल ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन आपातकालीन प्रतिक्रिया पोर्टल के साथ पूर्वानुमानों को एकीकृत करने और उपग्रह और जमीन आधारित प्रसारण के माध्यम से सटीकता में सुधार के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ जल क्षेत्र में एआई और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर चर्चा की थी। इस बीच, सीडब्ल्यूसी ने बुधवार को कहा कि 11 नदी निगरानी स्टेशनों पर जल स्तर चेतावनी के स्तर को पार कर गया है। हालांकि, यह किसी भी स्थान पर खतरे या अत्यधिक बाढ़ की सीमा तक नहीं पहुंचा है।