नई दिल्ली, 20 जून : में दिल्ली दंगों से संबंधित महत्वपूर्ण षड्यंत्र मामलों की सुनवाई में अब कोई देरी नहीं होगी और न ही इन मामलों पर दोबारा सुनवाई की जाएगी। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई कर रहे एडिशनल सेशन जज समीर बाजपेयी का साकेत कोर्ट में तबादला वापस ले लिया है। यह तबादला मई महीने में किया गया था, जब उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट के साकेत कोर्ट में स्थानांतरित किया गया था। हालांकि, अब चूंकि मामले की सुनवाई अंतिम चरण में पहुंच चुकी है, इसलिए हाईकोर्ट ने यह निर्णय लिया है कि जज का तबादला नहीं किया जाएगा, ताकि सुनवाई में कोई बाधा उत्पन्न न हो।
इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि न्यायालय दंगों से जुड़े मामलों की गंभीरता को समझता है और त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। समीर बाजपेयी की निरंतरता से सुनवाई में स्थिरता बनी रहेगी, जिससे पीडि़तों और आरोपियों दोनों को न्याय प्रक्रिया में तेजी से आगे बढऩे का अवसर मिलेगा। इस प्रकार, दिल्ली हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो न केवल कानूनी प्रक्रिया को सुचारू बनाएगा, बल्कि समाज में न्याय की भावना को भी मजबूत करेगा।
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