नई दिल्ली, 14 अगस्त : वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक हालिया शोध में जंगली पक्षियों में लिंग परिवर्तन के प्रमाण मिले हैं, जिससे हर कोई हैरान है। वैज्ञानिक खुद समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसा कैसे हुआ। दरअसल, यह शोध ऑस्ट्रेलिया के जंगली पक्षियों पर किया गया था। पक्षियों पर किए गए इस शोध में पाया गया कि लगभग 4.8 से 6 प्रतिशत पक्षियों में लिंग परिवर्तन होता है। हैरानी की बात यह है कि उनका आनुवंशिक लिंग उनके प्रजनन अंगों से मेल नहीं खाता।
कूकाबुरा, मैगपाई जैसे पक्षियों में लिंग परिवर्तन पाया गया
शोधकर्ताओं ने पांच सामान्य प्रजातियों का अध्ययन किया, जिनमें कूकाबुरा, मैगपाई, क्रेस्टेड कबूतर और लोरिकेट शामिल थे, और उन सभी में लिंग परिवर्तन पाया। सनशाइन कोस्ट विश्वविद्यालय में शोध करने वाले एसोसिएट प्रोफेसर डोमिनिक पोटविन ने कहा कि शोध के परिणाम टीम के लिए आश्चर्यजनक थे। परिणाम देखकर सब बोले – हे भगवान, यह कैसे…
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, पोटविन ने कहा, “मैं सोच रहा था, क्या यह सही है? इसलिए हमने बार-बार जांच की और परिणाम देखने के बाद हम बस यही कह रहे थे… ‘हे भगवान’।”
मादा पक्षी के प्रजनन अंग नर के पाए गए
प्रोफ़ेसर डोमिनिक पोटविन ने बताया कि जब उन्होंने अपने पक्षी विज्ञानी दोस्तों को ये नतीजे दिखाए, तो वे हैरान रह गए। रॉयल सोसाइटी की पत्रिका बायोलॉजी लेटर्स में प्रकाशित इस शोध के अनुसार, लिंग-परिवर्तन वाले ज़्यादातर पक्षी (92%) आनुवंशिक रूप से मादा थे, लेकिन उनके प्रजनन अंग नर थे।
वैज्ञानिक चिंतित हैं
सनशाइन कोस्ट विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ. हॉल ने कहा कि शोध से पता चलता है कि इससे लिंग अनुपात में असंतुलन, जनसंख्या में कमी, पक्षियों के व्यवहार में परिवर्तन और यहां तक कि जनसंख्या में गिरावट आ सकती है।
यह परिवर्तन का कारण हो सकता है।
शोधकर्ताओं को संदेह है कि पर्यावरणीय रसायन, विशेष रूप से अंतःस्रावी विघटनकारी रसायन (ईडीसी), लिंग परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। तनाव हार्मोन भी एक योगदान कारक हो सकते हैं।
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