October 6, 2025

प्रधानमंत्री मोदी ने जिनपिंग समक्ष पाकिस्तान समर्थक आतंकवाद का मुद्दा उठाया

प्रधानमंत्री मोदी ने जिनपिंग समक्ष पाकिस्तान...

नई दिल्ली, 1 सितम्बर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की। पिछले एक साल में दोनों नेताओं की यह दूसरी मुलाकात है। पिछली मुलाकात अक्टूबर 2024 में कज़ान में हुई थी। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि बैठक में पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को 2026 में भारत में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया। इस पर जिनपिंग ने भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता के लिए धन्यवाद दिया और पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

किन मुद्दों पर चर्चा हुई?

बैठक में वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने चीन की वर्तमान एससीओ अध्यक्षता का समर्थन किया और तियानजिन सम्मेलन के लिए अपनी शुभकामनाएँ दीं। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भारत और चीन की अर्थव्यवस्थाएँ वैश्विक व्यापार को स्थिर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

इस दौरान, आपसी व्यापार घाटा कम करने, निवेश बढ़ाने और नीतियों में पारदर्शिता लाने पर सहमति बनी। दोनों नेताओं के बीच सीमा मुद्दे पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता ज़रूरी है ताकि रिश्ते सुचारू रूप से आगे बढ़ सकें।

आतंकवाद के खिलाफ भारत-चीन एक साथ

दोनों नेताओं ने पिछले वर्ष सफल सैन्य वापसी की सराहना की और यह निर्णय लिया कि भविष्य में भी बातचीत और मौजूदा व्यवस्थाओं के माध्यम से शांति बनाए रखी जाएगी। इसके अलावा, दोनों ने आतंकवाद से लड़ने, सीमा पार सहयोग और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की।

शी जिनपिंग ने संबंधों को मजबूत करने के लिए चार सुझाव दिए

रणनीतिक संवाद बढ़ाना और आपसी विश्वास को गहरा करना।

सहयोग और संचार बढ़ाना।

दोनों देशों के लिए जीत-जीत परिणाम सुनिश्चित करना।

बहुपक्षीय मंचों पर मिलकर काम करना।

प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत है

प्रधानमंत्री मोदी ने इन सुझावों का स्वागत किया और कहा कि भारत और चीन प्रतिस्पर्धी नहीं, बल्कि साझेदार हैं। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि उनके साझा हित उनके मतभेदों से कहीं बड़े हैं और मतभेदों को संघर्ष में नहीं बदलना चाहिए।

यह भी देखें : पीएम मोदी ने ज़ेलेंस्की से फोन पर बात की, हर संभव मदद का आश्वासन दिया