October 6, 2025

प्रख्यात सिख विद्वान पद्मश्री डॉ. रतन सिंह जग्गी नहीं रहे।

प्रख्यात सिख विद्वान पद्मश्री...

पटियाला: पंजाबी साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में प्रसिद्ध विद्वान डाॅ. रतन सिंह जग्गी ने इस नश्वर दुनिया को अलविदा कह दिया। वह 98 वर्ष के थे। वह कुछ समय से बीमार थे। उन्होंने पटियाला में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार कल 23 मई 2025 को प्रातः 11.30 बजे बीर जी श्मशानघाट, राजपुरा रोड, नजदीक आत्मा राम कुमार सभा स्कूल, पटियाला में किया जाएगा।

उन्होंने अपने लेखन के रूप में साहित्य जगत के लिए एक अमूल्य निधि छोड़ी है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। परिवार में उनकी पत्नी डॉ. गुरशरण कौर जग्गी (सेवानिवृत्त प्रिंसिपल, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स, पटियाला), बेटा मालविंदर सिंह जग्गी (सेवानिवृत्त आईएएस) हैं।

डॉ. रतन सिंह जग्गी का नाम पंजाबी और हिंदी साहित्य के प्रख्यात विद्वानों तथा गुरमत और भक्ति आंदोलन के विशेषज्ञों में गिना जाता है। उन्होंने 150 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं। साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री, साहित्य अकादमी द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी साहित्य शिरोमणि पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

आपको बता दें कि पंजाबी साहित्य जगत के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। उनके पाठकों और प्रशंसकों में शोक की लहर है।