चंडीगढ़, 11 अक्तूबर : नई दिल्ली में अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्ताहिदा कादरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को प्रवेश न देने पर विवाद छिड़ गया है। तालिबान अधिकारियों द्वारा तैयार की गई सूची में किसी भी महिला पत्रकार का नाम नहीं था। तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने इस फ़ैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है।
कूटनीतिक नीति पर नए सवाल खड़े कर दिए
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने सवाल उठाया कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में तालिबान को ऐसी इजाज़त कैसे दी गई। चिदंबरम ने कहा कि पुरुष पत्रकारों को बाहर निकल जाना चाहिए था। इस घटना ने तालिबान की महिला विरोधी नीतियों और भारत की कूटनीतिक नीति पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार और विदेश मंत्री एस जयशंकर की कड़ी आलोचना की है।
नई दिल्ली स्थित अफगान दूतावास में अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताहिदा कादरी द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को भाग लेने से रोक दिया गया, जब उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की।
सूत्रों के अनुसार, इस मीडिया संवाद में पत्रकारों को आमंत्रित करने का निर्णय विदेश मंत्री के साथ आए तालिबान अधिकारियों ने लिया था। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि भारतीय पक्ष ने सुझाव दिया था कि कार्यक्रम में महिला पत्रकारों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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