December 19, 2025

‘साहिबजादे शहीदी दिवस’ नाम रखे जाने पर संसद के सामने विरोध प्रदर्शन

'साहिबजादे शहीदी दिवस' नाम रखे जाने...

सुल्तानपुर लोधी, 19 दिसम्बर : संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान, राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने मांग की है कि युवा साहिबजादों के शहादत दिवस का नाम ‘वीर बल दिवस’ के बजाय ‘साहिबजादा शहादत दिवस’ रखा जाए। उन्होंने इस राष्ट्रीय मांग के संबंध में संसद के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि 9 दिसंबर को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय बाल विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर सिखों की राष्ट्रीय भावना को ध्यान में रखते हुए वर्तमान ‘वीर बल दिवस’ का नाम बदलकर ‘साहिबजादा शहादत दिवस’ करने की मांग की थी।

दरअसल, सिख समुदाय ने पहले दिन से ही ‘वीर बाल दिवस’ नाम पर कड़ी आपत्ति जताई थी। सिखों के लिए साहिबजादे ‘बाल’ नहीं, बल्कि ‘बच्चे’ होते हैं। गुरुवार सुबह संसद सत्र शुरू होने से पहले राज्यसभा सांसद संत सीचेवाल हाथों में तख्तियां लिए हुए थे। विरोध प्रदर्शन शुरू करने से पहले उन्होंने ‘बोले सो निहाल’ के नारे भी लगाए। संत सीचेवाल ने बताया कि उन्हें श्री अकाल तक़्त साहिब से एक पत्र मिला है, जिसमें लिखा है कि सिखों को ‘वीर बाल दिवस’ नाम पर आपत्ति है, जिसे केंद्र सरकार 2022 से साहिबजादों की स्मृति में राष्ट्रीय स्तर पर मना रही है। अकाल तक़्त साहिब ने पंजाब के सभी सांसदों से केंद्र सरकार पर इस नाम को बदलने के लिए दबाव डालने का आग्रह किया है।

संत सीचेवाल ने कहा कि 15 दिसंबर को वे इसी उद्देश्य से शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाने वाले थे। उस दिन भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण शून्यकाल बाधित हो गया था। अब जब शीतकालीन सत्र में केवल एक दिन शेष है, तो उन्होंने इस मुद्दे पर विरोध करने का निर्णय लिया है। प्रत्येक सिख और पंजाबी को इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठानी चाहिए।