October 6, 2025

रक्षा बंधन के अवसर पर मिठाईयां लाने की सोच रहे हो तो जरा ध्यान से…

रक्षा बंधन के अवसर पर मिठाईयां लाने...

नई दिल्ली, 8 अगस्त : इस साल रक्षाबंधन का त्यौहार 9 अगस्त को मनाया जाएगा। यह दिन भाई-बहन के प्यार और विश्वास का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं। इस त्यौहार पर मिठाइयाँ खूब खरीदी जाती हैं।

ऐसे में बाज़ार में मिलावटी मिठाइयों की बाढ़ आ गई है। मिलावटी मिठाइयाँ सेहत को बहुत नुकसान पहुँचा सकती हैं। नकली मिठाइयाँ खाने से फ़ूड पॉइज़निंग का खतरा रहता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप मिठाई खाने से पहले उसकी शुद्धता की जाँच कर लें। मिलावटी मिठाइयों का पता लगाने के लिए आप 5 टिप्स की मदद ले सकते हैं।

त्योहारों के दौरान मिठाइयों में मुनाफा कमाने के लिए दूध, घी, चीनी और सूखे मेवों में जमकर मिलावट की जाती है। इनकी जगह रसायन, हानिकारक रंग और सस्ते तेल इस्तेमाल किए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं, जैसे दूध की जगह डिटर्जेंट पाउडर, घी की जगह वनस्पति तेल या पाम ऑयल, चीनी की जगह सस्ते स्वीटनर और रंगों के लिए हानिकारक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं।

नकली मिठाई की पहचान कैसे करें?

रंग और चमक पर ध्यान दें – अगर कैंडी का रंग बहुत ज़्यादा चमकीला या अप्राकृतिक लगे, तो समझ लीजिए कि उसमें कोई रासायनिक रंग मिलाया गया है। असली कैंडी का रंग हल्का और प्राकृतिक होता है।

मिठाई को पानी में घोलें – खोया और मावा जैसी कुछ मिठाइयों में डिटर्जेंट होता है। अगर आप मिठाई का एक टुकड़ा गर्म पानी में घोलते हैं और उसमें झाग आने लगे, तो यह डिटर्जेंट की मिलावट का संकेत है।

घी की शुद्धता की जाँच – अगर मिठाई में घी की जगह वनस्पति तेल मिलाया जाए, तो उसकी गंध और स्वाद अलग होगा। शुद्ध घी से बनी मिठाइयों में घी और चीनी की सुगंध होती है और वे ज़्यादा मीठी नहीं लगतीं।

चीनी की जगह कृत्रिम मिठास – कुछ मिठाइयों में चीनी की जगह सस्ते मिठास या रसायन होते हैं, जिनका स्वाद कड़वा या धातु जैसा हो सकता है। असली चीनी से बनी मिठाइयाँ साफ़ और स्वादिष्ट होती हैं।

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