अमरावती, 16 मार्च : आंध्र प्रदेश में एक दुखद घटना में, एक पिता ने शुक्रवार की सुबह अपने दो छोटे बच्चों को पानी से भरी बाल्टी में डुबोकर उनकी जान ले ली। इसके बाद, उसने आत्महत्या करने के लिए फांसी का सहारा लिया। बच्चों की उम्र क्रमश: 7 और 6 वर्ष थी। प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि पिता अपने बच्चों के शैक्षणिक प्रदर्शन को लेकर अत्यधिक चिंतित था।
घटना के समय उनकी पत्नी घर पर नहीं थीं, और जब वह वापस लौटी, तो उन्होंने अपने पति का शव बेडरूम में लटका हुआ पाया। दोनों बच्चों के शव बाल्टी के पास पड़े हुए थे, जिसे देखकर वह तुरंत पुलिस को सूचित करने के लिए दौड़ीं।
शिक्षा में प्रदर्शन से परेशान होकर किया कांड
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिससे इस त्रासदी के पीछे के कारणों का पता लगाने में मदद मिली। फोरेंसिक टीमों को मौके पर तैनात किया गया और उन्होंने घटनास्थल की गहन जांच शुरू की। आंध्र प्रदेश पुलिस के अनुसार, 37 वर्षीय वी. चन्द्र किशोर काकीनाडा में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) में कार्यरत थे।
उनके बच्चों के शैक्षणिक प्रदर्शन में गिरावट ने उन्हें मानसिक तनाव में डाल दिया था, जिससे वह अत्यधिक परेशान हो गए थे।
समस्या पर चर्चा से निकलेगा हल
यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक गहरी चिंता का विषय है, जो बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और शिक्षा के महत्व को उजागर करती है। ऐसे मामलों में, परिवारों को एक-दूसरे का समर्थन करने और बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमें बच्चों के विकास और उनकी मानसिक स्थिति के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए।
इसे भी देखें : https://bharatdes.com/cbi-laid-a-trap-and-arrested-asi-of-chandigarh-police/

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