October 6, 2025

भारत-भूटान रेल परियोजना पर 4,033 करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार

भारत-भूटान रेल परियोजना पर...

नई दिल्ली, 30 सितंबर : भारत ने सोमवार को भूटान के साथ 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से दो सीमा पार रेल संपर्क स्थापित करने की अपनी योजना की घोषणा की। यह भूटान के साथ व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने वाली पहली ऐसी रेल संपर्क परियोजना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भूटान के गेलेफू और समत्से शहरों को क्रमशः असम के कोकराझार और पश्चिम बंगाल के बानरहाट से जोड़ने वाली नई रेल परियोजनाओं का विवरण जारी किया।

दोनों परियोजनाओं में 89 किलोमीटर लंबी रेल लाइन शामिल होगी और इनके अगले चार वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है।

भारत और भूटान के बीच असाधारण विश्वास

वैष्णव के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मिसरी ने कहा, “भारत और भूटान के बीच असाधारण विश्वास, आपसी सम्मान और समझ पर आधारित संबंध हैं। यह एक ऐसा रिश्ता है जो सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों, व्यापक जन-जन संबंधों और हमारे साझा विकास एवं सुरक्षा हितों पर आधारित है।” भारत ने इन परियोजनाओं की घोषणा भूटान में चीन के रणनीतिक प्रभाव को बढ़ाने के प्रयासों के बीच की है। मिसरी ने कहा कि दोनों देशों की सरकारें बानरहाट और समत्से तथा कोकराझार और गेलेफू के बीच रेल संपर्क स्थापित करने पर सहमत हुई हैं।

उन्होंने कहा, “ये भूटान के साथ रेल संपर्क की शुरुआती परियोजनाएँ हैं।” पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूटान यात्रा के दौरान रेल संपर्क स्थापित करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। वैष्णव ने कहा कि ये परियोजनाएँ कोकराझार और बानरहाट में भारतीय रेल नेटवर्क से शुरू होंगी और लगभग ₹4,033 करोड़ के निवेश की योजना है।

रेल संपर्क बहुत महत्वपूर्ण

मंत्री ने कहा, “चूँकि भूटान का अधिकांश आयात-निर्यात व्यापार भारतीय बंदरगाहों के माध्यम से होता है, इसलिए भूटान की अर्थव्यवस्था के विकास और उसके लोगों की वैश्विक नेटवर्क तक बेहतर पहुँच के लिए एक अच्छा, निर्बाध रेल संपर्क बहुत महत्वपूर्ण है।”

उन्होंने आगे कहा, “इसीलिए इस पूरी परियोजना को आगे बढ़ाया जाएगा। समत्से और गेलेफू भूटान के आर्थिक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।” कोकराझार और गेलेफू के बीच पहली 69 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का विवरण साझा करते हुए, वैष्णव ने कहा कि दोनों शहरों के बीच 6 स्टेशन होंगे और पूरी लाइन के निर्माण में दो बड़े पुल, 29 बड़े पुल, 65 छोटे पुल, एक रोड-ओवर-ब्रिज (आरओबी) और 39 रोड-अंडर-ब्रिज (आरयूबी) शामिल होंगे।

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