नई दिल्ली, 18 मई : हाल के दिनों में कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह चर्चा उठी थी कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम केवल 18 मई तक ही प्रभावी रहेगा। इस संदर्भ में भारतीय सेना ने एक स्पष्ट बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि 18 मई के लिए कोई महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) स्तर की वार्ता निर्धारित नहीं है। सेना ने यह भी बताया कि कुछ रिपोर्टों में यह सुझाव दिया गया था कि संघर्ष विराम की अवधि 18 मई को समाप्त हो जाएगी, जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।
हालांकि, सेना ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम खत्म होने की खबरें पूरी तरह से गलत हैं, और दोनों देशों के बीच शांति बनाए रखने के लिए कोई भी निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है।
डीजीएमओ की बातचीत निर्धारित नहीं है
भारतीय सेना ने कहा कि कुछ मीडिया संगठन यह भी दावा कर रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की वार्ता 18 मई को होने वाली है, लेकिन ऐसी कोई वार्ता निर्धारित नहीं है।
सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि 12 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच बातचीत हुई थी और युद्धविराम पर सहमति बन गई थी। इसकी कोई समाप्ति तिथि निर्धारित नहीं है। इसका मतलब यह है कि यह अनिश्चित काल तक जारी रहेगा।
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